कुमार विश्वास को BJP नेताओं से क्यों मांगनी पड़ी माफी?

भोपाल: मशहूर कवि कुमार विश्वास के एक बयान को लेकर मध्य प्रदेश भाजपा के नेता खासा नाराज हो गए. नाराजगी इस कदर तक बढ़ गई कि कुमार विश्वास को बाद में माफी मांगते हुए अपने शब्द वापस लेने पड़े. मामला उज्जैन का है, जहां वह रामकथा करने पहुंचे थे. इस दौरान कुमार विश्वास ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को ‘अनपढ़’ और वामपंथियों को ‘कुपढ़’ कह दिया था.

कुमार विश्वास ने रामकथा कहते हुए कहा, “आज से 4-5 साल पहले बजट आने वाला था. मैं अपने घर में स्टूडियो पर खड़ा था. कुछ रिकॉर्डिंग कर रहा था. वहां एक बच्चे ने मोबाइल ऑन कर दिया. वो बच्चा हमारे साथ काम करता है और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में भी काम करता है. वो मुझसे बोला कि बजट आ रहा है, कैसा आना चाहिए. मैंने कहा- तुमने तो रामराज्य की सरकार बनाई है तो रामराज्य का बजट आना चाहिए. उसने कहा, रामराज्य में कहां बजट होता था. मैंने कहा, समस्या तुम्हारी यही है कि वामपंथी तो कुपढ़ हैं और तुम अनपढ़ हो.”

कुमार विश्वास ने जब यह किस्सा सुनाया उस दौरान तब वहां उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव और उज्जैन से बीजेपी सांसद अनिल फिरोजिया भी मौजूद थे. बयान पर विवाद बढ़ने के बाद कुमार विश्वास ने माफी मांगी. उन्होंने कहा कि, “आपकी इस सामान्य बुद्धि में अगर ये प्रसंग किसी और तरीके से चला गया है तो उसके लिए मुझे माफ करें.”

भाजपा प्रवक्ता राजपाल सिसोदिया ने कहा, “अधजल गगरी छलकत जाए… ये जो डॉ कुमार विश्वास हैं अल्पज्ञानी श्रेणी में आते हैं. आपके प्रमाण पत्र की किसी को आवश्यकता नहीं है, मर्यादा में रामकथा करिये.” उज्जैन में विक्रमोत्सव कार्यक्रम के तहत 21 से 23 फरवरी तक रामकथा का आयोजन किया गया है. इस कार्यक्रम का आयोजन महाराजा विक्रामादित्य शोधपीठ ने किया है जो मध्यप्रदेश सरकार के ही संस्कृति विभाग के तहत आता है.

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