बड़ी खबर! 21 हजार रुपए तक कमाने वालों को 1 अप्रैल से सभी जिलों में मिलेगी ये खास सुविधा

कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) के बीमित व्यक्तियों (Insured Persons) को 1 अप्रैल से सभी 735 जिलों में ईएसआई योजना (ESI scheme) के तहत स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी. फिलहाल ईएसआईसी के आईपी के लिए स्वास्थ्य सेवाएं 387 जिलों में पूर्ण रूप से और 187 जिलों में आंशिक रूप से उपलब्ध हैं. 161 जिले ऐसे हैं जहां ये सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं. बता दें कि ESIC का लाभ उन कर्मचारियों को उपलब्ध है, जिनकी मासिक आय 21,000 रुपए या इससे कम है. हालांकि दिव्यांगजनों के मामले में आय सीमा 25,000 रुपए है.

ईएसआईसी आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (Ayushman Bharat Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana- ABPMJAY) के तहत पैनल में आने वाले अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों के जरिये स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराता है. इस बारे में करार पर कछ महीने पहले करार हुआ था. ESIC कर्मचारी बीमा योजना सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना है. जिस संस्था में 10 से 20 कर्मचारी या ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं, वहां यह योजना लागू होती है और यह योजना केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अधीन चलाई जाती है.

कैसे कराएं रजिस्ट्रेशन?
ESIC के लिए रजिस्ट्रेशन नियोक्ता की तरफ से होता है. इसके लिए कर्मचारी को परिवार के सदस्यों की जानकारी देनी होती है. नॉमिनी भी कर्मचारी को तय करना होगा.

ESIC में योगदान
ESIC में कर्मचारी और नियोक्ता, दोनों का योगदान होता है. मौजूदा समय में कर्मचारी की सैलरी से 0.75 फीसदी योगदान ईएसआईसी में होता है और नियोक्ता की ओर से 3.25 फीसदी. जिन कर्मचारियों का प्रतिदिन औसत वेतन 137 रुपये है, उन्हें इसमें अपना योगदान देना नहीं होता.

ESI स्कीम में मिलने वाले फायदे

इस योजना में आने वाले कर्मचारियों और उन पर निर्भर लाभार्थियों को 11 प्रकार के लाभ उपलब्ध कराये जाते हैं.
ESIC योजना के तहत कर्मचारी और उसके परिवार को मेडिकल सुविधाएं दी जाती हैं.
सेहत खराब होने पर मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है.
ESIC की डिस्पेंसरी और अस्पताल में मुफ्त इलाज कर्मचारियों का मुफ्त इलाज होता है.
गंभीर बीमारी होने पर प्राइवेट अस्पताल में रैफर कर दिया जाता है. प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती होने पर सारा खर्चा ESIC द्वारा उठाया जाता है.
कर्मचारी को अगर कोई गंभीर बीमारी है और बीमारी के चलते वह जॉब करने में असमर्थ है तो ऐसे में ESIC उस कर्मचारी को उसके वेतन का 70 फीसदी हिस्से का भुगतान करेगी.
ESIC में महिलाओं को मैटरनिटी लीव मिलता है. मैटरनिटी लीव के साथ 6 माह की सैलरी मिलती है. 6 माह की सैलरी ESIC ही देती है.
कर्मचारी की मृत्यु होने के बाद भी ESIC बहुत काम आता है. अंतिम संस्कार के लिए ESIC से 15,000 रुपए मिलते हैं.
बीमित व्यक्ति की मृत्यु पर उसके आश्रित को पेंशन मिलती है. ESIC की तरफ से आश्रित को आजीवन पेंशन दी जाती है.

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