14 वर्षीय छात्र की हत्या के मामले में फरार तीसरे आरोपी को क्राइम ब्रांच 30 ने गिरफ्तार कर भेजा जेल

मामले में शामिल दो मुख्य आरोपियों को पहले ही भेजा जा चुका है जेल फिरौती के लिए किया था बच्चे का अपहरण, जब लगा कि पैसे नहीं मिलने वाले तो सिर में ईंट मारकर दिया हत्या की वारदात को अंजाम

फरीदाबाद: डीसीपी क्राइम मुकेश कुमार मल्होत्रा के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच 30 प्रभारी इंस्पेक्टर सेठी मलिक की टीम ने हत्या के मामले में शामिल फरार चल रहे तीसरे आरोपी को गिरफ्तार किया है।

पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम मिथिलेश (21) है जो यूपी का रहने वाला है और फिलहाल फरीदाबाद के धीरज नगर में रह रहा था। आरोपी ने अपने दो साथी आरोपियों अभिषेक तथा सोनू के साथ मिलकर धीरज नगर के एक 14 वर्षीय छात्र की हत्या कर दी थी। इस मामले में क्राइम ब्रांच द्वारा आरोपी अभिषेक तथा सोनू को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले में मरने वाले का नाम भी अभिषेक है और हत्या के मास्टरमाइंड का नाम भी अभिषेक है। शनिवार सुबह पुलिस थाना पल्ला में मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें मृतक अभिषेक के पिता विरेश ने बताया कि उनका 14 वर्षीय लड़का अभिषेक 9वीं कक्षा में धीरज नगर के स्कूल में पढ़ता है और शुक्रवार शाम 7:30 बजे से लापता है। उन्होंने बताया कि उसे किसी राजा नाम के लड़के का फोन आया था और उसने कुछ किताबें मंगवाई थी जिसे देने के लिए उनका लड़का अभिषेक शाम को गया था परंतु वापस नहीं आया। शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज करके अभिषेक की तलाश शुरू की गई। आरोपियों ने अभिषेक के पिता को फोन किया और उनसे 5 लाख रुपए की फिरौती मांगी और फिरौती ना देने की सूरत में अभिषेक की हत्या करने की धमकी दी। अभिषेक ने पिता ने यह बात पुलिस को बताई जिसके पश्चात पुलिस ने मामले में अपहरण तथा फिरौती की धाराएं जोड़कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। मामले में कार्रवाई करते हुए तकनीकी तथा गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच 30 ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि छात्र की हत्या करने वाले और कोई नहीं बल्कि वही लोग हैं जो उसके पिता के पास आते जाते थे। आरोपी अभिषेक इस हत्या का मास्टरमाइंड है जो डी फार्मा का छात्र है तथा अपनी गाड़ी चलाता है जो मृतक अभिषेक के पिता की कबाड़ की दुकान से कबाड़ लेकर दिल्ली सप्लाई करता है। आरोपी सोनू की भी एक अपनी कबाड़ की दुकान है। इनका तीसरा साथी मिथिलेश एक फैक्ट्री में काम करता है। आरोपी अभिषेक ने प्लान बनाया की वह अभिषेक को अगवा करके उसके पिता से फिरौती मांगेंगे। इसके लिए आरोपियों ने एक चोरी के मोबाइल का उपयोग करके अभिषेक को फोन किया और कहा कि वह राजा बात कर रहा है जो उसके स्कूल में पढ़ता है और उसे कुछ किताबों की आवश्यकता है। उसने किताबों के बहाने से अभिषेक को गली के कोने पर बुलाया तथा वहां से उसे उसका अपहरण करके अपने साथ गाड़ी में डालकर सेक्टर 31 एरिया में एक निर्माणाधीन इमारत में ले गए। वहां पर उन्होंने उसके हाथ-पैर बांधकर कर अपने तीसरे साथी मिथिलेश को उसकी निगरानी करने के लिए छोड़ दिया। इसके पश्चात दोनों आरोपी मिथिलेश को वहां छोड़कर खुद अभिषेक के पिता के पास आ गए और उसके साथ मिलकर अभिषेक को ढूंढने का ड्रामा करने लगे। शनिवार की रात अभिषेक के परिजन तथा पुलिस मिलकर जब अभिषेक की तलाश कर रही थी तो दोनों आरोपी उनके साथ साथ घूम रहे थे ताकि वह पुलिस को गुमराह कर सके तथा किसी को उनके ऊपर शक भी ना हो। शनिवार की रात जब तलाश के बाद वापिस गए तो उन्हें लगा कि अभिषेक के पिता पैसा नहीं देंगे तो उन्होंने अभिषेक के सिर में ईट मारकर उसे इमारत में बनी लिफ्ट की बेसमेंट में फेंक दिया जहां पानी भरा हुआ था। अभिषेक के हाथ बंधे हुए थे इसलिए वह अपने आप को बचा नहीं सका और उसकी मृत्यु हो गई। आरोपियों की निशानदेही पर अभिषेक के शव को बरामद किया गया। इसके पश्चात आगे की कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच ने आरोपी अभिषेक तथा सोनू की निशानदेही पर फरार चल रहे तीसरे आरोपी को भी फरीदाबाद से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने बताया कि वह एक फैक्ट्री में काम करता था और उसकी जॉब छूटने के पश्चात वह बेरोजगार था जिसकी वजह से उसने पैसे कमाने के लालच में अपने साथियों के साथ मिलकर छात्र का अपहरण किया तथा पैसे नहीं मिलने पर छात्र की हत्या कर दी। पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपी को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है।

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