पंजाब मेल (Punjab Mail) में बड़ी संख्या में मौजूद किसानों (Farmer) की भीड़ के मद्देनजर और उनके दिल्ली (Delhi) उतरने की आशंका के चलते रेलवे अधिकारियों (Railway) ने सोमवार को पंजाब मेल (फिरोजपुर से मुंबई) का रूट डायवर्ट कर दिया. इतना ही नहीं रेलवे ने राजस्थान के गंगानगर और पुरानी दिल्ली के बीच चलने वाली ट्रेनों को भी थोड़े समय के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है. रेलवे अधिकारियों की ओर से रूट डायवर्ट करने का फैसला कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसानों को राष्ट्रीय राजधानी में पहुंचने से रोकने के लिए लिया गया था.
पंजाब मेल आमतौर पर दिल्ली से होकर गुजरती है. मगर बड़ी संख्या में ट्रेन में किसानों की मौजूदगी और कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली में उतरने की उनकी संभावना के कारण पंजाब मेल को दिल्ली के बजाय रोहतक (हरियाणा में) से झज्जर, रेवाड़ी होते हुए मथुरा (Mathura) लाया गया. उत्तरी रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘परिचालन कारणों से इसे (पंजाब मेल) डायवर्ट किया गया था’.
‘हजार किसानों को दिल्ली आने से रोकने के लिए बदला गया रूट’
दूसरी ट्रेन जो पंजाब और हरियाणा के कई स्टेशनों से होकर गुज़रती है, को बहादुरगढ़ (हरियाणा) में थोड़े समय के लिए प्रतिबंधित किया गया.
स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव, जो संयुक्ता किसान मोर्चा का हिस्सा भी हैं, ने आरोप लगाया कि पंजाब मेल के रूट को डायवर्ट 1 हजार किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए किया गया था.
विरोध स्थल तक पहुंचने के लिए बसावट गए किसान
किसान यूनियनों ने दावा किया कि बहादुरगढ़ स्टेशन पर उतरने की योजना के साथ सैकड़ों किसान ट्रेन में चढ़े थे. क्योंकि वहां से टिकरी बॉर्डर सिर्फ 4 किलोमीटर की दूरी पर है. किसानों को रोहतक और रेवाड़ी दोनों जगहों पर उतरने के लिए मजबूर किया गया, जहां से सभी किसान विरोध स्थल तक पहुंचने के लिए बसावट गए.
अनुमान से कम रही किसानों की भीड़
दिल्ली में हो रहे किसान आंदोलन में जाने वाले किसानों के रूट डायवर्ट होने के चलते बड़ी संख्या में मथुरा पहुंचने की आंशका को देखते हुए मथुरा जंक्शन पर भारी पुलिस बल तैनात रहा. हालांकि किसानों की जितनी भीड़ होने के अनुमान लगाए गए थे, उतनी नहीं रही. जंक्शन पर किसानों के सामान्य भीड़ पहुंची.