पश्चिम बंगाल के नदिया जिले का नकाशीपाड़ा इलाका एक बार फिर अशांत हो गया है. बदमाशों की फायरिंग में तीन बच्चों समेत 15 लोग घायल हो गए. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, राजनीतिक झड़प के कारण इलाके में अशांति का माहौल है. पुलिस इलाके में गश्त कर रही है. घटना नदिया के नकाशीपाड़ा थाना अंतर्गत हरनगर ग्राम पंचायत के गोबीपुर गांव में सोमवार रात को घटी.
आरोप है कि बदमाशों ने नदिया के नकाशीपाड़ा में कांग्रेस समर्थकों के घर को घेर लिया और अंधाधुंध फायरिंग की. इस घटना में महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम 15 लोग घायल हो गए.
सोमवार की रात नकाशीपाड़ा के गोबीपुर इलाके में कांग्रेस समर्थकों के घर पर गोलियां चलाई गईं. उपद्रवियों ने कम से कम कांग्रेस समर्थकों के घरों को घेर लिया. घरों पर अंधाधुंध गोलियां चलाई गईं. औरतें, बच्चे, बूढ़े कोई भी नहीं छूटा.
कांग्रेस समर्थक के घर को घेरकर दबंगों ने बरसाईं गोलियां
कथित तौर पर बदमाशों की गोली से तीन बच्चे घायल हो गए. इसके अलावा पांच महिलाएं भी घायल हो गईं. उन्हें पहले बचाया गया और नकाशीपाड़ा अस्पताल ले जाया गया. पांच लोगों की हालत गंभीर होने पर उन्हें शक्तिनगर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पुलिस ने बताया कि स्थानीय लोगों ने शुरू में अपराधियों का विरोध किया. कुछ देर तक फायरिंग के बाद इलाके के लोग विरोध के लिए आगे आये. इसके बाद अपराधी इलाके से भाग गये.
कृष्णानगर पुलिस जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कृष्णु रॉय ने कहा कि गांव में दो पक्षों के बीच संघर्ष हुआ था. पुलिस मौके पर गयी. घायलों का आरोप है कि गोलीबारी करने वाले लोग तृणमूल प्रायोजित बदमाश थे. ये हमला राजनीतिक आक्रोश के चलते किया गया.
पंचायत चुनाव में समर्थन को लेकर मचा है बवाल
पीड़ितों ने पुलिस को बताया कि वे भी तृणमूल समर्थक हैं. उन्होंने लंबे समय तक सत्तारूढ़ दल का समर्थन किया. लेकिन कुछ दिन पहले पंचायत चुनाव के दौरान वे तृणमूल छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गये थे. तभी से सत्ताधारी खेमा उनसे नाराज था. कथित तौर पर उसी गुस्से में यह हमला किया गया.
इस संदर्भ में नदिया जिला कांग्रेस अध्यक्ष असीम साहा ने कहा, ”पंचायत में कांग्रेस का समर्थन करने के लिए तृणमूल से जुड़े बदमाशों ने गांव के आधे घरों पर खुलेआम गोलीबारी की. 15 घायल. पुलिस ने भी कोई उचित कार्रवाई नहीं की.”
दूसरी ओर, तृणमूल के नदिया जिले के अध्यक्ष नसीरुद्दीन अहमद ने कहा, ”ग्रामीण विवादों में कुछ समस्याएं रही हैं. लेकिन तृणमूल कांग्रेस किसी भी तरह से इससे जुड़ी नहीं है.’