मेरठ लोकसभा सीट के बाद समाजवादी पार्टी ने अब बागपत सीट पर उम्मीदवार बदला है. यहां से पहले मनोज चौधरी को उम्मीदवार बनाया था, जिनका टिकट काटकर अमरपाल शर्मा पर भरोसा जताया है. यहां से आरएलडी ने राजकुमार सांगवान को टिकट दिया है. वो एनडीए के उम्मीदवार हैं. कल नामांकन का आखिरी दिन है. अमरपाल शर्मा गाजियाबाद की साहिबाबाद सीट से बीएसपी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़े थे और जीत दर्ज की थी.
बताते चलें कि समाजवादी पार्टी लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों के नाम ऐलान करने के बाद बदल रही है. इसको लेकर सवाल भी उठ रहे हैं. उम्मीदवारों के नाम बदलने में समाजवादी पार्टी पहले पायदान पर है. एक अप्रैल को सपा ने अपने उम्मीदवारों के नाम की सूची जारी की और मेरठ से अपने उम्मीदवार को बदल दिया है. सपा ने भानु प्रताप सिंह की जगह अतुल प्रधान को उम्मीदवार बनाया है. अतुल फिलहाल मेरठ की सरधना सीट से विधायक हैं.
सूबे की 80 में से 63 सीटों पर सपा लड़ रही चुनाव
प्रदेश में सपा और कांग्रेस मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ रही है. 80 में से 63 सीटों पर सपा तो 17 पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी. सपा अभी तक कई सीटों पर उम्मीदवार बदल चुकी है. इसकी शुरुआत बदायूं से हुई थी. पहले यहां से धर्मेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया था. मगर, बाद में उनका नाम काटकर शिवपाल यादव को टिकट दिया.
बदायूं ही नहीं बल्कि बिजनौर, मुरादाबाद, नोएडा, मेरठ लोकसभा सीट पर भी प्रत्याशी बदले जा चुके हैं. बिजनौर से पहले यशवीर सिंह को टिकट दिया था लेकिन बाद में दीपक सैनी को उम्मीदवार बनाया. इसी तरह मेरठ सीट से पहले सुप्रीम कोर्ट के वकील भानू प्रताप सिंह को टिकट दिया, लेकिन बाद में अतुल प्रधान को प्रत्याशी बनाया है.
बदायूं से उम्मीदवार बदले जाने की चर्चा तेज
उधर, बदायूं से उम्मीदवार बदले जाने की चर्चा तेज है. शिवपाल यादव ने सार्वजनिक रूप से ऐलान किया कि बदायूं सीट से वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं, उनकी जगह पर बेटे आदित्य यादव को टिकट देने की वकालत की है. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता सम्मेलन में बदायूं सीट से आदित्य यादव के चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव पास हुआ है, जिस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव फैसला लेंगे.