अरबों की सुरक्षा बजट वाली तिहाड़ में ‘अकाल मौतों’ का सिलसिला जारी, 4 दिन में 2 कैदियों की मौत

दिल्ली: एशिया की सबसे बड़ी और सुरक्षित समझी जाने वाली मगर, बीते कुछ वक्त से दुनिया की भ्रष्टतम जेलों में शुमार, दिल्ली स्थित तिलिस्मी तिहाड़ जेल की हालत खराब है. यहां बंद कैदियों की सुरक्षा पर हुकूमत भले ही सालाना अरबों का बजट फूंक रही हो. इसके बाद भी मगर तिहाड़ में बंद कैदियों की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है.

कभी यहां बंद बदमाशों को घेरकर मार डाला जा रहा है. तो कभी कैदी संदिग्ध हालातों में मर जा रहे हैं. इसका नमूना हाल में ही तब पेश आया, जब महज 4-5 दिन के भीतर ही 2 कैदी (एक सजायाफ्ता मुजरिम और एक विचाराधीन कैदी) संदिग्ध हालात में मरे मिले. हालांकि तिहाड़ जेल प्रशासन दोनो ही मामलों को आत्महत्या बता रहा है. इन तमाम तथ्यों की पुष्टि खुद शुक्रवार रात टीवी9 से बातचीत में दिल्ली जेल महानिदेशालय के अधिकारियों ने की.

विचाराधीन कैदी की संदिग्ध हालातों में मिली लाश
22 मई 2023 को संदिग्ध हालातों में ही सजायाफ्ता मुजरिम की मौत की गुत्थी अभी सुलझी भी नहीं थी कि शुक्रवार (26 मई 2023) को चार दिन बाद ही दूसरी घटना में विचाराधीन कैदी की संदिग्ध हालातों में लाश मिलने की खबर आ गई. शुक्रवार को जिस विचाराधीन कैदी इमरान उर्फ राजा (29) की मौत हो गई, वो तिहाड़ सेंट्रल जेल नंबर- 4 में बंद था. उसे इसी साल फरवरी महीने की 24 तारीख को लाकर बंद किया गया था. वो कोर्ट में ट्रायल फेस कर रहा था.

बाथरूम में फांसी लगी हुई हालत में बरामद हुआ शव
उसके खिलाफ दिल्ली के मॉडल टाउन थाने में मुकदमा नंबर 219/2023 पर धारा- 398/506 व 25/54/59 आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज हुआ था. तिहाड़ जेल महानिदेशालय अधिकारियों के मुताबिक इमरान ने, को शुक्रवार सुबह के वक्त फांसी लगा ली थी. उसे जेल के वार्ड नंबर 6 (तिहाड़ सेंट्रल जेल नंबर-4) के कॉमन बाथरूम में फांसी लगी हुई हालत में बरामद किया गया था. उसे जेल के चिकित्सकों ने बाद में मृत घोषित कर दिया. इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश जेल प्रशासन ने दे दिए हैं.

संदिग्ध मौत का यह दूसरा मामला
यहां बताना जरूरी है कि तिहाड़ जेल कैंपस के अंदर चार दिन के भीतर किसी कैदी या मुजरिम की संदिग्ध मौत का यह दूसरा मामला है. इससे पहले 22 मई 2023 को भी यहां एक कैदी की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई. हालांकि तिहाड़ जेल प्रशासन ने उसे भी सुसाइड का ही मामला बताया था. 22 मई को मरने वाले कैदी का नाम जावेद था. 26 साल का जावेद एडिश्नल सेशन जज-2 (फास्ट ट्रैक) दक्षिणी दिल्ली की कोर्ट से सजायाफ्ता मुजरिम था. उसके खिलाफ दिल्ली के मालवीय नगर थाने में साल 2016 में मुकदमा दर्ज हुआ था. वो तिहाड़ सेंट्रल जेल नंबर 8/9 में बंद था.

उसने भी 22 मई को जेल के कॉमन बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. उस घटना के बारे में शाम के पांच बजे के करीब पता चला था. उस घटना की जांच पूरी हो पाती तब तक 4 दिन बाद ही, शुक्रवार को यहां कैद विचाराधीन गैदी इमरान उर्फ राजा की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई

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