दिल्ली: क्लासरूम घोटाले मामले में ACB के सामने पेश नहीं हुए मनीष सिसोदिया, चिट्टी में बताई वजह

दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से आज कथित क्लास रूम घोटाला मामले में पूछताछ होनी थी. ये पूछताछ एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की तरफ से की जानी थी. हालांकि सिसोदिया ने इसमें शामिल होने से इंकार कर दिया है. इसके पीछे की वजह उन्होंने अपने पूर्व से निर्धारित कार्यक्रमों को बताया है. मनीष सिसोदिया के वकील की तरफ से चिट्टी के जरिए जवाब भी भेजा गया है. हालांकि, एसीबी ने अभी तक इस जवाब पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है.

मनीष सिसोदिया से पहले 6 जून को एसीबी ने क्लास रूम घोटाला मामले में दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन से पूछताछ की थी. मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को एसीबी ने समन देकर दफ्तर तलब किया था. आरोप है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 12748 क्लास रूम बनाने में 2000 करोड़ का घोटाला किया गया था.अभी यह तय नहीं है कि ACB अगली पूछताछ कब करेगी, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए जैन को फिर से तलब किया जा सकता है. मार्च 2025 में उपराज्यपाल वीके सक्सेना की मंजूरी के बाद ACB ने 30 अप्रैल 2025 को इस मामले में

क्या है क्लास रूम घोटाला?
दिल्ली में हुए क्लासरूम घोटाले पर राजनीति शुरू हो गई है. मनीष सिसोदिया के ACB के सामने पेश न होने के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. इस क्लासरूम घोटाले का जिक्र पीएम मोदी ने भी किया था. रिपोर्ट में सरकारी वित्तीय नियमों, CPWD मैनुअल और टेंडर प्रक्रिया के गंभीर उल्लंघन की बात कही गई है. रिपोर्ट में बताया गया कि जिस तरीके के सरकारी नियम हैं, उनका नियमों का पालन नहीं किया गया.

इसके साथ ही आरोप है कि क्लास रूमों की लागत जानबूझकर बढ़ाई गई है. एक क्लासरूम बनाने की लागत लगभग 24.86 लाख रुपये आई. जबकि दिल्ली में इसी तरह के निर्माण में लगभग 5 लाख रुपये का खर्च आता है. जांच में बताया गया कि मनमाने तरीके से क्लास रूम का एरिया भी बढ़ाया गया था. इसके कारण लागत बढ़ी है. मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन पर आरोप है कि उन्होंने मिलकर इस घोटाले को अंजाम दिया.

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