Delhi का Budget पेश, आतिशी बोलीं Ram राज्य का सपना करेंगे साकार, Education पर होंगे 16396 करोड़ खर्च

दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने सोमवार को राजधानी के लिए 76 हजार करोड़ रुपए का बजट पेश किया है. दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने पिछली बार 78 हजार करोड़ का बजट पेश किया था. इस बार तकरीबन 2 हजार करोड़ रुपए घटा दिया है. बजट की घोषणा करते हुए मंत्री आतिशी ने कहा कि इस साल शिक्षा के लिए बजट में 16393 करोड़ रुपए का प्राविधान रखा गया है, जोकि कुल बजट का 21 फीसदी है.

आतिशी ने कहा कि 2013 में जब हम लोग राजनीति में आए थे, तो देखते थे कि लोग वोट डालने जरूर जाते थे, लेकिन वह पूछते थे कि वोट डालने से क्या फर्क पड़ता है? नेता आते जाते हैं, लेकिन उनकी जिंदगी पर क्या असर पड़ता है, हमने दिल्ली में राम राज्य के सपने को साकार करने का संकल्प लिया है. केजरीवाल सरकार का दसवां बजट पेश करते हुए मैं ये बात दावे के साथ कह सकती हूं कि आम आदमी के जीवन में मूल चूल परिवर्तन आया है.

उन्होंने कहा कि हम राम राज्य के सपने को साकार करने के लिए पिछले 9 साल से दिन रात लगे हुए हैं. राम राज्य के लिए हमको लंबी दूरी तय करनी है. पहले आम लोगों को अस्पताल का महंगा बिल उठाना पड़ता था, जेवर गिरवीं रखने पड़ते थे. पढ़ाई करके बच्चों को नौकरी नहीं मिलती थी, ऐसे में अरविंद केजरीवाल जी उम्मीद की किरण बनकर आए. दिल्ली के लोगों ने उनकी सच्चाई पर भरोसा किया और भारी बहुमत देकर अपना आशीर्वाद दिया.

मंत्री आतिशी ने कहा कि 2014 में GSDP 4.95 लाख करोड़ था, वर्तमान में ये 4 गुना बढ़ गया. प्रति व्यक्ति आय के मामले में दिल्ली देश में एक करोड़ आबादी वाले राज्यों में पहले नंबर पर है. हमारे राजस्व में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. 2014-15 में दिल्ली का बजट 30950 करोड़ रुपए था. 24-25 में 76 हजार करोड़ रुपए का बजट आज मैं पेश कर रही हूं.

दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने सोमवार को राजधानी के लिए 76 हजार करोड़ रुपए का बजट पेश किया है. दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने पिछली बार 78 हजार करोड़ का बजट पेश किया था. इस बार तकरीबन 2 हजार करोड़ रुपए घटा दिया है. बजट की घोषणा करते हुए मंत्री आतिशी ने कहा कि इस साल शिक्षा के लिए बजट में 16393 करोड़ रुपए का प्राविधान रखा गया है, जोकि कुल बजट का 21 फीसदी है.

आतिशी ने कहा कि 2013 में जब हम लोग राजनीति में आए थे, तो देखते थे कि लोग वोट डालने जरूर जाते थे, लेकिन वह पूछते थे कि वोट डालने से क्या फर्क पड़ता है? नेता आते जाते हैं, लेकिन उनकी जिंदगी पर क्या असर पड़ता है, हमने दिल्ली में राम राज्य के सपने को साकार करने का संकल्प लिया है. केजरीवाल सरकार का दसवां बजट पेश करते हुए मैं ये बात दावे के साथ कह सकती हूं कि आम आदमी के जीवन में मूल चूल परिवर्तन आया है.

उन्होंने कहा कि हम राम राज्य के सपने को साकार करने के लिए पिछले 9 साल से दिन रात लगे हुए हैं. राम राज्य के लिए हमको लंबी दूरी तय करनी है. पहले आम लोगों को अस्पताल का महंगा बिल उठाना पड़ता था, जेवर गिरवीं रखने पड़ते थे. पढ़ाई करके बच्चों को नौकरी नहीं मिलती थी, ऐसे में अरविंद केजरीवाल जी उम्मीद की किरण बनकर आए. दिल्ली के लोगों ने उनकी सच्चाई पर भरोसा किया और भारी बहुमत देकर अपना आशीर्वाद दिया.

मंत्री आतिशी ने कहा कि 2014 में GSDP 4.95 लाख करोड़ था, वर्तमान में ये 4 गुना बढ़ गया. प्रति व्यक्ति आय के मामले में दिल्ली देश में एक करोड़ आबादी वाले राज्यों में पहले नंबर पर है. हमारे राजस्व में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. 2014-15 में दिल्ली का बजट 30950 करोड़ रुपए था. 24-25 में 76 हजार करोड़ रुपए का बजट आज मैं पेश कर रही हूं.

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