जून में जी-20 की बैठकों में व्यापार, अर्थव्यवस्था और जलवायु परिवर्तन पर रहा फोकस

भारत में आयोजित की जाने वाली G20 समिट इस साल साल सितंबर में होनी. इस बैठक के लिए 3 महीने का समय बचा हुआ है. इस अंतिम बैठक में 43 प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों भाग लेने वाले हैं. जी20 इंडिया की अध्यक्षता का 7वां महीना यानी जून सफलता के साथ सपन्न हो गया है. इस दौरान व्यापार, अर्थव्यवस्था और जलवायु परिवर्तन पर सार्थक विचार-विमर्श किया गया.

इसके अलावा भारत की समृद्ध संस्कृति और परंपरा का शानदार प्रदर्शन भी देखने को मिला. इस संबंध में जून में जी-20 बैठकों की कुछ झलकियों का वीडियो शेयर किया गया है. दरअसल, पिछले साल 1 दिसंबर को भारत ने इंडोनेशिया से जी20 फोरम की अध्यक्षता संभाली है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में देश पिछली 17 G-20 की अध्यक्षताओं की महत्वपूर्ण उपलब्धियों को आगे बढ़ाने में एक अहम भूमिका निभा रहा है.

G20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता हर साल रोटेट होती रहती है. इस बार भारत इसकी अध्यक्षता को संभाल रहा है. समूह के पास कोई स्थायी सचिवालय नहीं है. जी20 की अध्यक्षता लेने के साथ ही भारत LiFE मूवमेंट पर ध्यान केंद्रित किए हुए है. इसके साथ अमृत काल पहल के जरिए सभी के लिए एक साझा वैश्विक भविष्य को लेकर चल रहा है. इसका उद्देश्य पर्यावरण के प्रति जागरूकता और जीवन जीने के एक स्थायी तरीके को बढ़ावा देना है.

जी-20 की थीम वसुधैव कुटुंबकम
केंद्र सरकार के मुताबिक, एक स्पष्ट प्लान और डेवलेपमेंट-ओरिएंटिड अप्रोच के साथ भारत का लक्ष्य सभी के लिए नियम-आधारित व्यवस्था, शांति और न्यायपूर्णग ग्रोथ को बढ़ावा देना है. भारत ने जी-20 की थीम वसुधैव कुटुंबकम रखी है. यह एक पुराने संस्कृत ग्रंथ महा उपनिषद से प्रेरित है. थीम मूल रूप से मानव, पशु, पौधे और सूक्ष्मजीव के महत्व के साथ-साथ पृथ्वी और पूरे ब्रह्मांड पर उनकी परस्पर निर्भरता पर प्रकाश डालती है.

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