क्या रामलला आपकी प्रॉपर्टी हैं? राममंदिर को लेकर BJP पर भड़के उद्धव ठाकरे

अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों होने वाली है. इस दिन देशभर के नामचीन लोगों को समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है. वहीं राम मंदिर के मुद्दे पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बड़ा बयान दिया है.

उद्धव ठाकरे ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि हमारे गृहमंत्री कहते हैं की रामलला का दर्शन फ्री करा देंगे. क्या रामलला आपकी प्रॉपर्टी हैं? उन्होंने कहा कि जब मुंबई जल रही थी, तब हिंदू हृदय सम्राट अपने शिव सैनिकों के साथ खड़े रहे थे.

मेरे शिव सैनिकों ने दी जान: उद्धव
महाराष्ट्र के पूर्व प्रधानमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब भी कोई आपत्ति आती है, तब पहले दौड़कर शिवसैनिक ही आता है. कई बार दुसरों को बचाते हुए मेरे शिव सैनिकों ने जान दी है. यही हमारा हिंदुत्व है. हमारा हिंदुत्व दूसरे धर्म से द्वेष करना नहीं है. हिंदुत्व राष्ट्रीयता है, ये वतन मेरा है, मानने वाला हर कोई अपना है. उन्होंने कहा कि दुध और शक्कर में नमक छिड़कने वालों से दूर रहो.

महाराष्ट्र से छीने जा रहे उद्योग
इसके अलावा उद्धव ठाकरे ने रविवार को आरोप लगाया कि गुजरात को मजबूत बनाने के लिए महाराष्ट्र से उद्योग और व्यवसाय ‘छीने’ जा रहे हैं. ठाकरे ने यह भी आशंका व्यक्त की कि मुंबई और आसपास के इलाकों में बसे उत्तर भारतीय प्रवासियों को रोजगार के लिए गुजरात जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.

शिवसेना को हमेशा अपने हिंदुत्व पर गर्व
उद्धव ठाकरे ने मीरा भयंदर इलाके में उत्तर भारतीयों के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आप में से अधिकांश स्थानीय लोगों के साथ चीनी और दूध की तरह मिल गए हैं. हालांकि सावधान रहें, इस रिश्ते को खराब करने के लिए कोई प्रयास कर सकता है. शिवसेना को हमेशा अपने हिंदुत्व पर गर्व है लेकिन यह दूसरे धर्मों से कभी नफरत नहीं करती.

गुजरात जाने के लिए मजबूर
उन्होंने कहा कि आप काम की तलाश में मुंबई आए थे, आपने बहुत प्रयास किए और यहीं बस गए. अब, आप रोजगार के लिए गुजरात जाने के लिए मजबूर होंगे. ठाकरे ने सभा में मौजूद लोगों से तानाशाही को समाप्त करने के लिए जयश्री राम का नारा लगाने के लिए कहा. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी लगभग 10 दिन पहले गुजरात में थे. यहां की व्यावसायिक गतिविधियों को अब राज्य को मजबूत करने के लिए गुजरात ले जाया जा रहा है. अगर वह गुजरात को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो वह ऐसा कर सकते हैं, लेकिन हमारे व्यवसायों को छीनकर नहीं.

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