विकसित भारत के लिए अगले दो दशक महत्वपूर्ण… पीएम मोदी ने बताया कैसे टारगेट करेंगे हासिल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को इंडिया एनर्जी वीक को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इंडिया एनर्जी वीक में देश और दुनियाभर से यहां, यशोभूमि में जुटे सभी साथी सिर्फ इसी का हिस्सा भर नहीं हैं, आप भारत की एनर्जी एम्बिशन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. दुनिया का हर एक्सपर्ट आज कह रहा है कि 21वीं सदी, भारत की सदी है. भारत अपनी ही नहीं, दुनिया की ग्रोथ को भी ड्राइव कर रहा है और इसमें हमारे एनर्जी सेक्टर की बहुत बड़ी भूमिका है.

उन्होंने कहा कि भारत की एनर्जी एम्बिशन पांच पिलर्स पर खड़ी है. हमारे पास संसाधन हैं, जिसका हम उपयोग कर रहे हैं. हम अपने प्रतिभाशाली लोगों को इनोवेट करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं. हमारे पास आर्थिक मजबूती और राजनीतिक स्थिरता है. भारत के पास स्ट्रैटजी जियोग्राफी है, जो एनर्जी ट्रेड को ज्यादा आकर्षक और आसान बनाती है. भारत, ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे भारत के एनर्जी सेक्टर में नई संभावानाएं तैयार हो रही हैं.

भारत है दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सौर ऊर्जा उत्पादक- पीएम
पीएम ने कहा कि आज भारत की बायोफ्यूल इंडस्ट्री तेजी से ग्रो करने को तैयार है. हमारे पास 500 मिलियन मैट्रिक टन का सस्टेनेबल फीडस्टॉक है. भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस बना, जिसका लगातार विस्तार हो रहा है. 28 नेशन और 12 इंटरनेशनल संगठन जुड़ चुके हैं. ये वेस्ट को वेल्थ में ट्रांसफार्म कर रहा है और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस सेट रहा है.

उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लिए अगले दो दशक बहुत महत्वपूर्ण हैं और अगले 5 वर्षों में हम कई बड़े मील के पत्थर पार करने जा रहे हैं, हमारे कई ऊर्जा लक्ष्य 2030 की समय सीमा के अनुरूप हैं. हमारे ये लक्ष्य बहुत महत्वाकांक्षी लग सकते हैं, लेकिन भारत ने पिछले 10 वर्षों में जो हासिल किया है, उससे यह विश्वास पैदा हुआ है कि हम इस लक्ष्य को प्राप्त करेंगे. पिछले 10 वर्षों में भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से बढ़कर 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. आज भारत, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सौर ऊर्जा उत्पादक देश है.

किसानों को ऊर्जादाता बनाया- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि हमने देश के सामान्य परिवारों और किसानों को ऊर्जादाता बनाया है. बीते साल हमने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना शुरू की. इस योजना का स्कोप सिर्फ एनर्जी प्रोडक्शन तक ही सीमित नहीं है. इससे सोलर सेक्टर में नई स्किल्स बन रही हैं, नया सर्विस इकोसिस्टम बन रहा है और आपके लिए इंवेस्ट की संभावनाएं भी बढ़ रही हैं.

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