हैट्रिक लगाने की तैयारी! ‘मिशन 2024’ में जुटी BJP, 2 दिन की बैठक में लिखी जाएगी कमल खिलाने की पटकथा

संसद का शीतकालीन सत्र खत्म होते ही बीजेपी मिशन-2024 की तैयारी में जुट गई है. लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने 22 और 23 दिसंबर को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में बड़ी बैठक बुलाई है, जिसमें देशभर के सभी प्रदेश अध्यक्ष, संगठन महामंत्री, राष्ट्रीय पदाधिकारी और सभी मोर्चा के अध्यक्ष शिरकत करेंगे. इस बैठक के बाद संगठन महामंत्रियों के साथ मीटिंग होगी. इस दौरान ‘विकसित भारत संकल्प अभियान’ की समीक्षा की जाएगी. इसके अलावा बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव में 325 सीटों के लक्ष्य को हासिल करने की रूपरेखा बनाई जाएगी, ताकि देश में सत्ता की हैट्रिक लगाकर बीजेपी इतिहास रच सके.

माना जा रहा है कि बीजेपी की बैठक में 2024 के चुनावी अभियान को धार देने की रणनीति बनाई जाएगी और प्रदेश संगठन के नेताओं को टास्क दिया जाएगा. बीजेपी ने 2024 में 325 प्लस सीटों का टारगेट रखा है, जिसे हासिल करने के लिए दो दिन ही बैठक पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुलाई है. बीजेपी की तरफ से बताया गया है कि इसमें लोकसभा चुनाव, विकसित भारत संकल्प अभियान, सभी मोर्चों के कार्य, विधानसभा चुनाव समीक्षा समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी. इस मीटिंग की अध्यक्षता जेपी नड्डा करेंगे.

लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर लिया जाएगा फीडबैक
राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की तरफ से जारी कार्यक्रम के मुताबिक, शुक्रवार को राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेश प्रभारी, सह-प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री और सभी मोर्चों के अध्यक्षों की बैठक होगी. उसके शनिवार को प्रदेश महामंत्री (संगठन) की बैठक रात को 9 बजे तक चलेगी. इससे पहले 19 दिसंबर को बीजेपी ने संसदीय समिति की बैठक बुलाई थी. ये बैठक संसद के लाइब्रेरी परिसर में हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और जेपी नड्डा बैठक में शामिल हुए थे.

बीजेपी मुख्यालय में पार्टी नेताओं की हाई लेवल की दो दिवसीय बैठक में प्रदेश संगठन के नेताओं से आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर फीडबैक लिया जाएगा. 24 दिसंबर को वीर बाल दिवस और 25 दिसंबर को अटल जयंती की तैयारी को लेकर भी इस बैठक के दौरान चर्चा होगी. निर्वाचित प्रतिनिधि प्रशिक्षण विस्तार और योजना कॉल सेंटर और मोर्चे की गतिविधियों को लेकर भी इस बैठक में चर्चा होनी है.

बीजेपी का 325 प्लस सीटें जीतने का टारगेट
बता दें कि देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद से ही बीजेपी का कॉन्फिडेंस हाई है. मध्य प्रदेश में जहां पार्टी सरकार बचाने में कामयाब रही, वहीं राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को हराकर सत्ता पर काबिज हुई. ऐसे में बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव में 325 प्लस सीटें जीतने का टारगेट रखा है, जबकि 2019 में पार्टी ने 303 सीटें जीती थीं. मिशन-2024 को फतह करने के लिए पीएम मोदी से लेकर अमित शाह के दौरे शुरू हो रहे हैं.

लोकसभा चुनाव की आतंरिक बैठकों में जेपी नड्डा ने 35 करोड़ वोटरों का टारगेट सेट किया है. साल 2019 में बीजेपी को लगभग 22 करोड़ वोट मिले थे. ये लक्ष्य यूं ही हवाबाजी नहीं है बल्कि इसके लिए बीजेपी के ज्यादातर जिला कार्यालयों में 300 से ज्यादा कॉल सेंटर पहले से काम कर रहे हैं और जिले के कार्यकर्ता और विधायक जनसंपर्क बना रहे हैं.

50 लाख लोगों को जोड़ने का काम
अधिकांश ये कॉल सेंटर जिला पार्टी कार्यालयों में हैं. इनके जरिए लगभग 50 लाख लोगों को जोड़ने का काम किया जा रहा है, ऐसे लोगों को तलाशा जा रहा है जो पार्टी में सक्रिय रूप से योगदान देना चाहते हैं. साथ ही इन्हीं कॉल सेंटरों के जरिए सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों तक पहुंचा जाएगा. इसके जरिए लाभार्थी सूची में 70 लाख और लोगों को जोड़ने की योजना बनाई गई है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने लाभार्थी आउटरीच कार्यक्रम शुरू कर दिए हैं. लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले फरवरी तक इसका समापन हो जाएगा. बीजेपी के इस अभियान की कमान केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव और बीजेपी महासचिव सुनील बंसल को सौंपी गई है. हालांकि, सारी रणनीति बनाने में दिग्गज मोगरा की जार्विस कंसल्टिंग की मदद भी ली गई है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 22 करोड़ वोट मिले थे और आंतरिक बैठकों में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अगले साल के लिए 35 करोड़ यानी पांच साल पहले की तुलना में 60 फीसदी अधिक वोट हासिल करने का लक्ष्य रखा है.

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