टिकैत के आंसू देख भावनाओं ने मारा हिलोर, क्‍या हिंदू-क्‍या मुस्लिम, नई सुबह की उम्‍मीद में दौड़े आए किसान

किसान एकता जिंदाबाद… बाबा टिकैत अमर रहे… राकेश टिकैत जिंदाबाद. किसी के लिए ये नारे हैं तो किसी के लिए शोर. गुरुवार की शाम जो गाजीपुर बॉर्डर वीरानी की ओर बढ़ रहा था, वह शुक्रवार की रात होते-होते फिर से गुलजार हो गया. गाजीपुर बॉर्डर पर रात के 11 बज रहे हैं. एनएच पर फ्लाईओवर के नीचे भी और ऊपर भी… लगातार नारे लग रहे हैं. हर 10-5 मिनट पर कोई न कोई गाड़ी, ट्रैक्‍टर पर लोग भर के आ रहे हैं. कार हो या फिर ट्रैक्‍टर ट्रॉली… वाहनों में…

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