‘वो डर’ जिसकी वजह से अखिलेश को रामपुर से लड़ाना चाहते हैं सपा नेता, नहीं तो बॉयकॉट

लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के नॉमिनेशन का आज (27 मार्च) आखिरी दिन है. लेकिन रामपुर सीट से समाजवादी पार्टी ने अभी तक किसी भी उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है. कुछ दिन पहले ही सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सीतापुर जेल में आजम खां से मुलाकात की थी. जिसमें आजम खां ने रामपुर सीट से अखिलेश यादव से खुद या परिवार के किसी सदस्य को चुनाव में उतारने का आग्रह किया था.

लेकिन नामांकन से एक दिन पहले तक किसी नाम का ऐलान नहीं किया गया है. कुछ सूत्रों ने बताया कि पार्टी आलाकामान ने इस सीट से तेज प्रताप यादव को उतारने की इच्छा जताई थी, जिसपर आजम खां की सहमती नहीं मिली और मंगलवार दोपहर रामपुर की सपा विंग ने आजम की ओर से एक पत्र जारी करते हुए चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया. अखिलेश यादव को लड़ाने और चुनाव बहिष्कार के फैसले के पीछे कई वजह शामिल हैं.

क्या कोई डर?
रामपुर शहर के सपा नगर अध्यक्ष और आजम खां के करीबी आसिम रज़ा ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुआ बताया कि हमने इस सीट से अखिलेश यादव से चुनाव लड़ने की अपील की थी. क्योंकि हमने पिछले उप-चुनावों में देखा है कि कैसे प्रशासन ने महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों पर जुल्म किए. लोगों को वोट डालने के लिए घरों से निकलने नहीं दिया गया. उन्होंने आगे कहा कि हमें उम्मीद थी कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अगर खुद यहां से चुनाव लड़ेंगे तो प्रशासन रामपुर की आवाम के साथ इतनी बर्बरता नहीं कर पाएगा. लेकिन अखिलेश यादव के यहां से हमारी इस अपील पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

आसिम ने आखिर में कहा कि उपचुनाव में हमारे पार्टी वर्कर्स पर कई मुकदमे लगाए गए उन पर गैर कानूनी कार्रवाई की गई, इस पीड़ा को हमारे वर्कर्स दोबारा न झेलें इसलिए हम इस चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं.

“रामपुर भी सपा के लिए जरूरी”
आजम खां ने अपने पत्र में पार्टी आलाकामान से कहा था कि हम समझते हैं कि कन्नौज, आज़मगढ़, बदायूं, मैनपुरी, एटा, फिरोजाबाद महत्वपूर्ण सीटें हैं जिनका जीतना जरूरी है. इस सबके बाद रामपुर आता है रामपुर कौन जीतेगा ? आजम खां ने अपनी इस मांग को रख अखिलेश यादव के साथ नई मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. अब चर्चा ये भी है कि दिल्ली पार्लियामेंट मस्जिद के इमाम को सपा रामपुर सीट से उतार सकती है. इसके अलावा मुरादाबाद से सपा सांसद एसटी हसन को भी यहां से उतारने की चर्चा थी, क्योंकि मुरादाबाद से उनकी उम्मीदवारी खत्म की जा रही है. एस टी हसन नामांकन कर चुके हैं, लेकिन बताया जा रहा है कि उनका टिकट काटकर रूची वीरा को दिया जा रहा है जो आजम खां की करीबी मानी जाती हैं. कुल मिलाकर मुरादाबाद और रामपुर दोनों ही सीटों पर खिचड़ी पकी हुई है. आज ही नामांकन का आखिरी दिन है, ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि सपा के फाइनल उम्मीदवार कौन बनते हैं.

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