नांगलोई थाना क्षेत्र में मोहर्रम के दौरान ताजिया लेकर जुलूस के मार्ग परिवर्तन पर पुलिस की आपत्ति के बाद भीड़ एकाएक उग्र हो गई और जमकर बवाल काटा। रोहतक मेन रोड पर भीड़ ने जमकर पत्थरबाजी की। पत्थरबाजी की चपेट में न सिर्फ बसें बल्कि कई पुलिस वाहन भी आए।
नांगलोई इलाके में पिछले कई वर्ष से ताजिया के जुलूस का समापन सूरजमल स्टेडियम में होता था, लेकिन यहां भीड़ के जुटने से स्टेडियम की सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जाता था, हरियाली भी खराब होती थी। इसे देखते हुए पिछले वर्ष से ही यहां ताजिया जुलूस के प्रवेश पर रोक है।
जानकारी के अनुसार, इस वर्ष अमन कमेटी की बैठक में तय किया गया था कि जुलूस को नांगलेाई चौक के पास से मोड़ लिया जाएगा, लेकिन जुलूस ने तय मार्ग की अनदेखी करते हुए इसे रोहतक रोड पर आगे बढ़ाना जारी रखा। जुलूस जब सूरजमल स्टेडियम के पास पहुंची तो पुलिस ने इसे रुकने को कहा। पुलिस के रोकने के निर्देश पर भीड़ उग्र हो गई और जमकर पत्थरबाजी करने लगी। भीड़ में जिन लोगों के हाथों में तलवारें थी, उन्होंने तलवारें लहराना शुरू कर दिया।
देखते ही देखते रोहतक रोड पर जाम लग गया। इस दौरान कई बसें जाम की चपेट में आ गई। जाम में बसों के नजर आने पर भीड़ ने बसों पर भी पथराव शुरू कर दिया। बसों में जो लोग बैठे थे, वे काफी डर गए। कुछ बस चालकों ने बस को आगे ले जाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने पीछा कर पत्थरबाजी जारी रखी।
नांगलोई के स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि पुलिस सक्रिय होती तो इस स्थिति को टाला जा सकता था। जुलूस जैसे ही नांगलोई चौक से आगे बढ़ी, उसे वहीं रोक देना चाहिए, लेकिन उसे आगे बढ़ते रहने दिया गया। जुलूस ने नांगलोई बस डिपो के पास यू टर्न लिया और फिर स्टेडियम के पास पहुंचकर बवाल करना शुरू कर दिया।
इस पूरे प्रकरण पर बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त हरेंद्र के सिंह का कहना है कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। अभी हमारा ध्यान इलाके में कानून व्यवस्था को कायम रखना है। जांच के दौरान जो भी इस मामले में दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी।