हैरेसमेंट से परेशान होकर महिला मार्शल ने की आत्महत्या की कोशिश, महिला आयोग ने DTC से मांगा जवाब

दिल्ली सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए दिल्ली की बसों में महिला बस मार्शल की तैनाती की है. लेकिन हालात यह हैं कि बस में तैनात महिला मार्शल ही सुरक्षित नहीं हैं. दिल्ली के केशव पुरम में एक महिला मार्शल ने बस कंडक्टर पर परेशान करने का आरोप लगाया है. जो कि उसे लगातार संबंध बनाने के लिए परेशान कर रहा था. हालात यह हो गए कि महिला मार्शल ने इन सब से परेशान होकर आत्महत्या करने की कोशिश की. 

पीड़िता है अस्पताल में भर्ती
पीड़ित महिला मार्शल इस वक्त अस्पताल में भर्ती हैं. इस पूरे मामले को लेकर पीड़िता ने दिल्ली महिला आयोग को शिकायत की है. जिसके बाद दिल्ली महिला आयोग ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए दिल्ली परिवहन निगम और दिल्ली पुलिस को एक नोटिस जारी किया है. दिल्ली महिला आयोग का कहना है कि पीड़िता ने इस मामले में दिल्ली पुलिस में भी शिकायत दर्ज करवाई थी, लेकिन पुलिस ने कोई एफ आई आर दर्ज नहीं की और ना ही इस मामले में कोई कार्रवाई की गई. इतना ही नहीं पीड़िता का कहना है कि उसने दिल्ली परिवहन निगम के उच्च अधिकारियों से भी संपर्क किया, लेकिन उन्होंने भी इस मामले में उसकी कोई मदद नहीं की. जिससे परेशान होकर पीड़िता ने 5 अगस्त इसी महीने आत्महत्या करने की कोशिश की. फिलहाल पीड़िता अभी अस्पताल में भर्ती है.

दिल्ली पुलिस ने क्या कहा?
इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस मामले में 15 जुलाई को केशव पुरम पुलिस थाने में एक पीसीआर कॉल रिसीव हुई थी. जिसमें पीड़िता ने यह बताया था कि सुभाष प्लेस बस डिपो (वजीरपुर बस डिपो) में उसके सहयोगी द्वारा उसके साथ दुर्व्यवहार शारीरिक हमला किया गया है. इस घटना की सूचना के तुरंत बाद ही पुलिस मौके पर पहुंची थी और वहां पर एक 23 साल की महिला जिसने कॉल करके इस घटना के बारे में जानकारी दी थी वह महिला जो कि डीटीसी बस में मार्शल के रूप में काम कर रही थी. महिला ने बस में ही अपने सहयोगी सचिन कौशिक पर यह आरोप लगाया था, जिसके बाद पुलिस आरोपी को पुलिस स्टेशन भी पूछताछ के लिए लेकर आई थी.

और इस दौरान दोनों पक्षों से पूछताछ की गई थी जिसमें पीड़िता ने बताया था कि आरोपी सचिन कौशिक के ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया था, उसे धक्का दिया था. हालांकि इस मामले में शिकायतकर्ता और आरोपी के बीच में कथित तौर पर समझौता हो गया था, और आरोपी ने माफी मांग ली थी जिसमें पीड़िता ने इस मामले में कोई भी कानूनी कार्रवाई करने से मना कर दिया था. हालांकि 5 अगस्त को महिला द्वारा की गई आत्महत्या की कोशिश के बारे में पुलिस को कोई शिकायत नहीं मिली है. इसके साथ ही केशव पुरम पुलिस थाने की पुलिस ने पीड़िता से संपर्क करने की कोशिश की है, जिसके आधार पर इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

क्या कहा दिल्ली महिला आयोग ने?
वहीं दिल्ली महिला आयोग का कहना है कि उन्हें पीड़िता की तरफ से इस मामले में शिकायत दर्ज करवाई गई जिसमें पीड़िता ने बताया कि वह इसी साल 20 मई को सिविल डिफेंस वालंटियर के तौर पर तैनात हुई थी. उसे दिल्ली परिवहन निगम की बस सेवा में बस मार्शल के रूप में तैनाती मिली थी. जिसके बाद बस में ही उसके साथ कंडक्टर ने संबंध बनाने की कोशिश की. जिसका विरोध करने पर उसने उसके साथ बदसलूकी की, जिसकी शिकायत उसने अपने अधिकारियों से भी की लेकिन उसकी कोई मदद नहीं की गई.

नोटिस जारी कर की कार्रवाई की मांग
इसके बाद आयोग ने पीड़िता की शिकायत पर दिल्ली परिवहन निगम और दिल्ली पुलिस को इस मामले में नोटिस जारी करते हुए कार्रवाई की मांग की है, आयोग ने दिल्ली पुलिस से मामले में दर्ज की गई f.i.r. और गिरफ्तार किए गए आरोपियों की जानकारी मांगी है. इसके साथ ही डीडीसी से इस पूरे मामले में मिली शिकायत और उस पर की गई कार्रवाई का ब्यौरा देने के लिए कहा गया है.

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