बेनतीजा बैठक पर प्रियंका का तंज-सरकार के रुख से किसानों में नाराजगी, कांग्रेस नहीं छोड़ेगी आंदोलन का समर्थन

प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने तंज कसते हुए कहा कि बातचीत करने वाले मंत्री (Minister) ही मीटिंग में देर से पहुंचे और बिल वापस न लेने की बात करते रहे. उन्होंने कहा कि किसान (Farmers) सरकार के रुख से नाराज हैं.

किसान आंदोलन ((Farmer Protest) खत्म करने को लेकर अब तक किसानों और सरकार के बीच सहमति नहीं बन सकी है. जिसे लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार (Central) पर हमलावर है. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने किसानों की सरकार के साथ बेनतीजा (Unsuccessful ) रही बैठक को लेकर केंद्र पर तंज कसा है. प्रियंका गांधी ने ट्वीट(Tweet) कर कहा कि किसानों और सरकार के बीच बातचीत का आज 8 वां दौर भी खत्म हो गया. किसानों (Farmers) को आशा थी कि बीजेपी सरकार अपनी कथनी के मुताबिक किसानों का कुछ सम्मान तो करेगी, लेकिन हुआ इसके ठीक उलट. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बातचीत करने वाले मंत्री ही मीटिंग (Meeting) में देर से पहुंचे और बिल वापस न लेने की बात करते रहे. प्रियंका गांधी ने कहा कि किसान सरकार के रुख से नाराज हैं.

प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने कहा कि आज दोपहर को उन्होंने किसानों के समर्थन में धरने पर बैठे पंजाब के सांसदों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि पूरे दिन वह भारत के हर कोने से किसान आंदोलन के समर्थन (Support) की आवाज ही सुन रही हैं. उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को देश गणतंत्र दिवस को मनाएगा, जब भी देश के जन गण मन की बात की जाती है, तो उसमें किसान का जिक्र आना जरूरी हो जाता है. प्रियंका ने कहा कि पूरे भारत के सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनैतिक ताने – बाने का जिक्र किसान के बिना अधूरा है.

‘जुल्म के बाद भी सीमा पर डटा किसान’
बीजेपी पर तंज सकते हुए उन्होंने कहा कि आज जिस “आत्मनिर्भर” के नारे का झूठा ढोल बीजेपी पीट रही है, उस नारे को आत्मसात करते हुए किसानों ने हरित क्रांति में हिस्सा लेकर खाद्यान्न के मामले में बहुत पहले भारत को आत्मनिर्भर बना दिया था. किसानों के बिना इस देश की कल्पना भी नहीं की जा सकती.

प्रियंका पर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पूरे आंदोलन में अब तक करीब 60 किसानों की जान जा चुकी है.उन्होंने कहा कि किसानों ने लाठियां खाईं, आंसू गैस के गोलों का सामना किया, वाटर कैनन को झेला, सरकारी तंत्र और पापी मीडिया के हिस्से द्वारा फैलाई गई गलत खबरों का जवाब दिया, ठंड झेली, बारिश में भी डटे रहे. प्रियंका ने कहा कि किसान अपनी सालों की मेहनत का हक लुटने से रोकने के लिए सीमाओं पर डटे हैं. इस धरती पर मेहनत करके अन्न उगाकर पूरे देश का पेट भरने वाले किसान आज इन कानूनों की सच्चाई बताने सड़कों पर हैं.

बीजेपी के अरबपति दोस्तों से नहीं बनेंगे किसान कानून
प्रियंका ने केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा कि देश को ये सोचना है कि किसान कानून किसानों के खेत से बनेंगे या बीजेपी सरकार के कुछ अरबपति मित्रों के ड्रॉइंग रूम में. उन्होंने कहा कि किसानों के साथ ही कानून बनाने वाले कई सांसदों और विधायकों ने इन कानूनों को अलोकतांत्रिक और किसानों के खिलाफ बताया है, लेकिन बीजेपी सरकार के व्यवहार से पूरा देश हैरान है.

प्रियंका ने एक वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि कल यूपी से आए एक वीडियो में एक पुलिसकर्मी एक किसान को धमकाते हुए कह रहा था कि तुम्हारा छज्जा गिरा देंगे. उन्होंने कहा कि कल कई जगहों पर किसानों को रोककर उन्हें धमकाया गया. इसके पहले किसानों पर हरियाणा सरकार ने आंसू गैस के गोले बरसाए. यूपी में तो आंदोलनकारी किसानों की पहचान करने के लिए सरकार ने पूरा प्रशासनिक बल लगा दिया है. उन्होंने बीजेपी नेताओं पर किसानों को बुरा – भला कहने और गालियां देने का आरोप लगाया.उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने क्रूरता व निर्दयता की हदें पार कर दी हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों के समर्थन से पीछे नहीं हटेगी.

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