किसानों के लिए बड़ी खबर-‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए अब जरूरी होगा परिवार पहचान-पत्र

Meri Fasal Mera Byora Scheme: इस पोर्टल पर जुड़ने से किसानों को मिलते हैं कई फायदे, इसलिए परिवार पहचान-पत्र बनवा कर इसमें रजिस्ट्रेशन करवा लें .

हरियाणा सरकार ने ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर रबी फसलों के रजिस्ट्रेशन के लिए ‘परिवार पहचान-पत्र’ का होना अनिवार्य कर दिया है. कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा 16 जनवरी 2021 से ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर रबी फसलों का पंजीकरण शुरू कर दिया गया है.

किसानों द्वारा अपने कृषि उत्पादों को मंडियों में बेचने एवं कृषि या बागवानी विभाग से संबंधित योजनाओं का लाभ उठाने के लिए फसलों का पंजीकरण इस पोर्टल पर करवाना अनिवार्य है. यह पंजीकरण कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से भी करवा सकते हैं. आपको बता दें कि इसकी शुरुआत 5 जुलाई 2019 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने की थी. इस पोर्टल पर किसान अपना फसल संबंधी डिटेल अपलोड कर खेती-किसानी से जुड़ी राज्य की सभी सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकते हैं. यह जमीन के रिकॉर्ड के साथ एकीकृत (Integrated) है. इसमें किसान अपनी निजी जमीन पर बोई गई फसल का ब्यौरा देता है. इसी आधार पर उसकी फसल उपज की खरीद तय होती है.

बन रहा है पहचान पत्र
दूसरी ओर हरियाणा सरकार ने अपने राज्य में रहने वालों का ‘परिवार पहचान-पत्र’ बनवाना तेज कर दिया है. सभी जिलों में इसका अभियान चल रहा है. जिसके पास यह कार्ड नहीं होगा उसे हरियाणा सरकार की किसी योजना का लाभ नहीं मिलेगा.

कहां होगा रजिस्ट्रेशन?
इससे किसान भी अलग नहीं हैं. इसलिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा के लिए भी इसे अनिवार्य किया गया है. हरियाणा के किसान अपनी फसलों का रजिस्ट्रेशन fasal.haryana.gov.in पोर्टल पर कर सकते हैं. लॉकडाउन के दौरान इस पोर्टल से किसानों को काफी फायदा पहुंचा था. किसानों के मोबाइल पर इस पोर्टल के जरिए ही मैसेज आता था कि उन्हें अपना गेहूं और सरसों लेकर मंडी में किस दिन किस समय आना है.

ऐसे कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन

आधार कार्ड और मोबाइल नंबर जरूरी है. फसल से संबंधित जानकारी इस रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस से मिलेगी. जमीन की जानकारी के लिए रेवेन्यू रिकॉर्ड के नकल की कॉपी, खसरा नंबर देख कर भरना होगा. फसल के नाम, किस्म और बुआई का समय मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर भरना होगा. बैंक पासबुक की कॉपी भी लगानी होगी, ताकि किसी भी स्कीम का लाभ सीधे अकाउंट में भेजा जा सके.

इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के तीन फायदे

  1. खाद, बीज, लोन एवं कृषि उपकरणों की सब्सिडी समय पर उपलब्ध होगी.
  2. फसल की बिजाई-कटाई का समय और मंडी संबंधित जानकारियां मिलेंगी.
  3. प्राकृतिक आपदा के बाद सही समय पर सहायता मिल सकेगी. क्योंकि आपकी फसलों का ब्यौरा पहले से ही इस पोर्टल पर दर्ज होगा.

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