केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कर्नाटक के हुबली में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी महिलाओं पर अत्याचार करने वालों के साथ नहीं है. कोई महिलाओं के साथ अत्याचार करता है, तो उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए. जेडी (एस) के लोकसभा चुनाव उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना पर लगे यौन शोषण के आरोपों का जिक्र करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने बुधवार को ये बातें कहीं. अमित शाह ने वोक्कालिगा बेल्ट में लोकसभा चुनाव खत्म होने तक हासन सांसद के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा. बता दें कि प्रज्वल रेवन्ना पूर्व प्रधान मंत्री और जद (एस) के संरक्षक एचडी देवेगौड़ा के पोते और पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना के बेटे हैं. वह जद (एस) के टिकट पर हासन से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं.
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सोशल मीडिया पर कथित तौर पर रेवन्ना से जुड़े बड़ी संख्या में वीडियो और तस्वीरें वायरल हुई हैं. उसके बाद वहां एसआईटी का गठन किया गया है. प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ उनके पूर्व रसोइया और रिश्तेदार की शिकायत पर होलेनारासीपुरा में कथित तौर पर यौन उत्पीड़न करने का मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रज्वल ने उनकी बेटी को वीडियो कॉल की और आपत्तिजनक तरीके से बात की. इस कारण उनकी बेटी ने उन्हें ब्लॉक कर दिया था.
महिलाओं पर अत्याचार करने वालों के साथ नहीं
अमित शाह ने कहा कि बीजेपी और जेडीएस का गठबंधन है. रेवन्ना की सीडी आई है. उन्होंने (कांग्रेस) सोचा कि वे भाजपा को घेर सकते हैं. वह साफ कर रहे हैं कि भाजपा महिलाओं के खिलाफ अत्याचार करने वालों के साथ नहीं रह सकती है.
शाह ने साफ कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है. वह सत्ता में है और उसे कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन वोक्कालिगा बेल्ट में चुनाव खत्म होने तक कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई. इस मामले पर राजनीति हुई और उसे भागने का मौका दिया गया है. यदि हिम्मत है तो सच बोलो. उनकी वजह से एक जघन्य अपराधी देश छोड़कर भाग गया.
बता दें कि वोक्कालिगा कर्नाटक के दक्षिणी भाग में प्रमुख समुदाय है, जिससे जद (एस) का पहला परिवार संबंधित है. वे 14 लोकसभा सीटों पर प्रभाव रखते हैं, जहां 26 अप्रैल को मतदान हुआ था. कर्नाटक की बाकी 14 सीटों पर 7 मई को मतदान है. अमित शाह ने साफ कहा कि भाजपा का इस मामले में साफ मत है कि ऐसे अपराध करने वालों को कड़ी सजा मिले.
अमित शाह ने केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी के साथ छात्रा नेहा हिरेमथ के परिवार के सदस्यों से हुबली में उनके निवास स्थान पर मुलाकात की, जिनकी उसके कॉलेज का परिसर में चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी.