यूपी में बवाल पर एक्शन में योगी सरकार, 116 लोगों को किया गया गिरफ्तार, लगाया जाएगा गैंगस्टर एक्ट

लखनऊ: नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के बयानों को लेकर आज फिर उत्तर प्रदेश में जमकर बवाल हुआ. जुमे की नमाज के बाद यूपी के छह शहरों में लोगों ने नारेबाजी और पथराव किए. इस घटना के बाद योगी सरकार सख्त नजर आ रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर उच्चस्तरीय बैठक की. इस दौरान उन्होंने उपद्रवियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. पुलिस के मुताबिक, अब तक इस मामले में 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें सहारनपुर से 38, प्रयागराज से 15, हाथरस से 24, मुरादाबाद से 7, फिरोजाबाद से 2 और अंबेडकरनगर से 23 लोग शामिल हैं.

एससीएस गृह विभाग अवनीश अवस्थी ने कहा कि सहारनपुर, प्रयागराज में नमाज के बाद जमा हुए लोगों को मनाने के बाद तितर-बितर किया गया. दूसरे शहरों में शांति कायम रही. शांति को खतरे में डालने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी. हम लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं.

अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने लखनऊ में कहा, “हिंसा में शामिल लोगों को रोकने के लिए हल्का बल प्रयाग किया गया. प्रयागराज में स्थिति शांतिपूर्ण है. मैं लोगों से हिंसा का सहारा लिए बिना लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने की अपील करता हूं.’’

अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि जिन भी सरकारी, प्राइवेट संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया है उसकी वसूली भी की जाएगी और गैंगस्टर एक्ट के तहत इनकी संपत्तियों को भी ज़ब्त किया जाएगा.

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) डीएस चौहान ने दावा किया, ‘‘राज्य में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए उचित व्यवस्था की गई है. हम हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे.’ चौहान ने कहा, ‘‘हमारी सहयोगी रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएएफ) के एक जवान को मुंह पर पत्थर लगा था और उसका इलाज चल रहा है. वह खतरे से बाहर है.’’

प्रयागराज सबसे अधिक प्रभावित

प्रयागराज के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बताया कि आज जुमे की नमाज के बाद खुल्दाबाद और करेली थाना क्षेत्रों में विशेष समुदाय के लोगों ने नारेबाजी की और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया. उन्होंने बताया कि हालांकि स्थिति अब नियंत्रण में है लेकिन पथराव में कुछ पुलिसकर्मियों को हल्की चोटें आई हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन हालात पर नजर रखे हुए है.

प्रयागराज जोन के अपर महानिदेशक (एडीजी) प्रेम प्रकाश के अनुसार अतिरिक्त पुलिस बल और आरएएफ की टीमों को मौके पर भेजा गया, जहां उन्होंने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और हल्का बल प्रयोग किया.
लखनऊ में उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सहारनपुर, मुरादाबाद, रामपुर और लखनऊ जिलों से नमाज के बाद नारेबाजी की सूचना है. सहारनपुर, मुरादाबाद और रामपुर में जुमे की नमाज के बाद जहां लोगों ने सड़कों पर नारेबाजी की वहीं लखनऊ के चौक इलाके में स्थित टीले वाली वाली मस्जिद के अंदर भी कुछ देर के लिए नारेबाजी हुई.

लखनऊ में भी प्रदर्शन

लखनऊ के पुलिस आयुक्त डी. के. ठाकुर ने ‘भाषा’ को बताया, ‘‘शहर में अमन-चैन के साथ जुमे की नमाज अदा की गयी और पूरे शहर में शांति का माहौल है.’’ एक सवाल के जवाब में ठाकुर ने बताया कि टीले वाली मस्जिद के अंदर जुमे की नमाज के बाद कुछ लोगों ने नारेबाजी की लेकिन बाद में सभी अपने घर चले गए. उन्होंने बताया कि टीले वाली मस्जिद के चौक इलाके में पूरी तरह से शांति का माहौल है.

सहारनपुर से मिली सूचना के अनुसार, पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भाजपा से निलंबित नेता शर्मा की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में नमाज के बाद कुछ लोगों ने हाथों मे तख्तियां लेकर नारेबाजी की. पुलिस ने बताया कि नेहरू बाजार इलाके में कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, वहीं देवबंद में भी नमाज के बाद मदरसे के कुछ छात्रों ने पोस्टर-बैनर लेकर नारेबाजी की.

सहारनपुर के जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को समझाने के बावजूद जब वे नहीं माने तो पुलिस को उन्हें भगाने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. सिंह ने कहा कि हंगामा करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

बिजनौर से मिली सूचना के अनुसार, सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने के आरोप में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के जिलाध्यक्ष सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

बिजनौर के पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में नगीना से एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष अब्दुल्ला, इफ्तेखार, नजीबाबाद से सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के जिलाध्यक्ष मशरूफ और अकील को गिरफ्तार किया गया है.

गौरतलब है कि पिछले शुक्रवार को नमाज के बाद कानपुर के कुछ हिस्सों में हिंसा भड़क गई थी क्योंकि दो समुदायों के सदस्यों ने एक टीवी बहस के दौरान बीजेपी की तत्कालीन प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर कथित रूप से “अपमानजनक” टिप्पणी किए जाने के विरोध में दुकानों को बंद कराने का प्रयास किया था और इस दौरान ईंट-पत्थर और बम फेंके थे. कानपुर की घटना की पृष्ठभूमि में आज उत्तर प्रदेश की पुलिस ने पूरे राज्य में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये थे.

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