महाराष्ट्र में बर्ड फ्लू से एक दिन में 983 पक्षियों की मौत, राज्य सरकार ने उठाए ये जरूरी कदम

राज्य विभाग के मुताबिक, लातूर में सबसे अधिक पोल्ट्री बर्ड्स यानी 253 पक्षी मृत पाए गए. जबकि, यवतमाल में 205, अहमदनगर में 151, वर्धा में 109, नागपुर में 45 और गोंदिया में 23 पोल्ट्री बर्ड्स मृत पाए गए.

देशभर में बर्ड फ्लू (Bird Flu) से दहशत फैली हुई है. बर्ड फ्लू से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र (Maharashtra) हो रहा है. महाराष्ट्र में शनिवार (16 जनवरी) को 983 पक्षियों की इस फ्लू के कारण मौत हो गई. राज्य में अब तक 5,151 पक्षियों ने इस संक्रमण के चलते दम तोड़ दिया.

राज्य विभाग के मुताबिक, लातूर में सबसे अधिक पोल्ट्री बर्ड्स यानी 253 पक्षी मृत पाए गए. जबकि, यवतमाल में 205, अहमदनगर में 151, वर्धा में 109, नागपुर में 45 और गोंदिया में 23 पोल्ट्री बर्ड्स मृत पाए गए.

16 जनवरी को कुल 983 पक्षियों की मौत

16 जनवरी को कुल 983 पक्षियों की मौत हुई है. इसके सैंपल भोपाल के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिज़ीज़ और पुणे में DIS (Disease Investigation Section) को भेज दिए गए हैं. राज्य विभाग ने जानकारी दी कि 8 जनवरी से अब तक कुल 5,151 पक्षियों की मौतें हुईं हैं.

केंद्र सरकार ने बर्ड फ्लू को फैलने से रोकने के लिए अब तक कई बार एडवाइज़री जारी की है. सभी राज्यों की सरकारें आम जनता को जागरुक करने के लिए जागरूकता अभियान चला रही हैं. अखबार के विज्ञापनों से लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म तक सरकार लोगों को जागरुक कर रही है.

अधपके मुर्गे के मांस और अंडों का न करें सेवन

विभाग ने कहा, ‘मुर्गी पालन, पका हुआ मांस और उबले हुए अंडे पूरी तरह से सुरक्षित हैं’. विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे कच्चे और आधे पके हुए मुर्गे के मांस या अंडों का सेवन न करे’.

केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुधन और डेयरी मंत्रालय ने जानकारी दी कि महाराष्ट्र के लातुर, परभणी, नांदेड़, पुणे, सोलापुर, यवतमाल, अहमदनगर, बीड़ और रायगढ़ जिलों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है.

बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद से पक्षियों को मारने की प्रक्रिया शुरु हो गई है. महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में परभणी और बीड जिलों के दो गांवों में मृत मुर्गियों के नमूनों की जांच में बर्ड फ्लू के संक्रमण की पुष्टि के बाद शनिवार को 2,000 से अधिक पक्षियों को मारा जा रहा है.

महाराष्ट्र में अब तक 3,949 पक्षियों को मारा गया

परभणी जिले की सेलू तहसील के कुपता गांव से और बीड जिले के लोखंडी सावरगांव से ये नमूने लिए गए थे. अधिकारियों ने बताया, ‘इन इलाकों को निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया गया है और वहां पक्षियों को मारने की प्रक्रिया शुरू हो गई है’.

अधिकारियों ने कहा, ‘इससे पहले कुपता और लोखंडी सावरगांव में मृत मिली मुर्गियों के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया था. शुक्रवार रात को आई रिपोर्ट में उनमें बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है’.

जिलाधिकारी दीपक मुगलीकर ने कहा, ‘कुपता में करीब 468 पक्षियों को मारा जाएगा’. पशुपालन विभाग के डॉ रवि सुरेवाड ने कहा, ‘लोखंडी सावरगांव में करीब 1,600 पक्षियों को मारा जा सकता है’. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि महाराष्ट्र में अब तक 3,949 पक्षियों को मारा जा चुका है.

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