नम आंखों से कैबिनेट मीटिंग में PM मोदी ने मंत्रियों से अभी अयोध्या ना जाने की कही बात, आखिर क्या है वजह?

अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान श्रीराम अपने भव्य महल में विराजमान हो गए हैं, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्रिमंडल के साथ बैठक की. बैठक में उन्होंने अपने सभी सहयोगियों को अयोध्या में राम मंदिर में ना जाने की सलाह दी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम ने भारी भीड़ की वजह से कैबिनेट सहयोगियों को ये सलाह दी है. साथ ही वीआईपी के दौरे के दौरान लागू होने वाले प्रोटोकॉल के कारण भक्तों को असुविधा न हो, इसके लिए प्रधानमंत्री ने मंदिर जाने से परहेज करने को कहा है.

इसके अलावा पीएम ने मंत्रियों से मार्च में राम मंदिर जाने की सलाह दी है. पीएम मोदी ने बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में मंत्रियों से अयोध्या में बने राम मंदिर के उद्घाटन के बाद जनता से मिले फीडबैक के बारे में भी पूछा. पीएम मोदी मंदिर पर चर्चा के वक्त भावुक भी हो गए थे. बैठक से पहले बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल एक प्रस्ताव पारित कर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के सफलतापूर्वक संपन्न होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी.

भक्तों की संख्या में वृद्धि
सोमवार को हुए राम लला की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के भव्य कार्यक्रम के बाद मंदिर में भक्तों की संख्या में वृद्धि देखी गई. अयोध्या मंदिर को मंगलवार को लगभग 5 लाख भक्तों दर्शन करने के पहुंचे थे, जिसके बाद यूपी सरकार ने अयोध्या ले जाने वाली बसों को अगले आदेश तक रद्द कर दिया है. रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक मंदिर के अंदर और बाहर लगभग 1,000 जवानों के साथ सुरक्षा बल को तैनात किया गया है. यह तैनाती अगले कुछ दिनों तक जारी रहने की उम्मीद है. इसके अलावा मंगलवार की सुबह तीन बजे से ही श्रद्धालु कतार में लग गए थे, जिसके बाद भीड़ को देखते हुए दर्शन को कुछ देर के लिए रोकना पड़ा.

पीएम मोदी ने की अगुवाई

अयोध्या सोमवार को मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई. इस कार्यक्रम की अगुवाई पीएम मोदी ने की. इसके अलावा समारोह का पूरे देश में सीधा प्रसारण किया गया. प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में मशहूर राजनेता, बिजनेसमैन, खिलाड़ियों और एक्टर सहित कई हजार लोगों को आमंत्रित किया गया था.

Related posts

Leave a Comment