जंतर मंतर पर सियासी जुटान, प्रियंका गांधी बोलीं- आखिर इस आदमी को क्यों बचा रही है सरकार

दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के जंतर मंतर पर बीते आठ दिनों से चल रहा महिला पहलवानों का धरना प्रदर्शन राजनीतिक रंग लेने लगा है. एक तरफ एफआईआर दर्ज होने के बाद महिला पहलवान फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर उन्हें जोश भरने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी खुद जंतर मंतर पहुंची है. उनके साथ ही हरियाणा कांग्रेस के नेता और सांसद दीपेंद्र हुड्डा भी जंतर मंतर पहुंचे हैं. पंजाब कांग्रेस के नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू पहले ही जंतर मंतर पहुंचने का ऐलान कर चुके हैं.

प्रियंका गांधी ने महिला पहलवानों से मुलाकात के बाद कहा कि किसी को अब तक एफआईआर की कॉपी नहीं मिली है. अभी तक यह भी नहीं पता कि इस एफआईआर में लिखा क्या है. उन्होंने कहा आज जब ये महिला पहलवान सड़क पर बैठे है तो कोई सुनने को तैयार नहीं है. उन्होंने सवाल उठाया कि जब FIR दर्ज हो गई तो अब तक पीड़ित पक्ष को इसकी कॉपी क्यों नहीं दी? उन्होंने बृजभूषण शरण सिंह के लिए कहा कि जब तक ये पद पर रहेंगे, प्रेशर बनाते रहेंगे. इसलिए पहले उनका पावर ले, इस्तीफा ले. प्रियंका गांधी सुबह 8 बजकर 10 मिनट पर जंतर मंतर पहुंची और करीब 25 मिनट तक पहलवानों के बीच रहीं.

प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री से तो तो कोई उम्मीद नहीं है. जब ये खिलाड़ी मेडल ले कर आए तो उन्हें चाय पर बुलाया, लेकिन अब बात तक नहीं कर रहे हैं. उन्होंने सवाल किया कि आखिर इस आदमी को क्यों बचाया जा रहा है.वहीं पश्चिम बंगाल में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा और मुंबई से शिवसेना (उद्धव ठाकरे) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी पहलवानों का समर्थन किया है. बता दें कि आधा दर्जन से अधिक महिला पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाते बीते आठ दिनों से धरने पर हैं. इन पहलवानों ने इससे पहले जनवरी महीने में भी कई दिनों तक धरना प्रदर्शन किया था.

इन आरोपों को देखते हुए बृजभूषण शरण सिंह को पहले ही कुश्ती संघ के कामकाज से अलग कर दिया गया, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे में बीते सात दिनों से यह पहलवान उनके खिलाफ एफआईआर की मांग कर रहे थे. अब एफआईआर दर्ज हो गई तो पहलवानों ने उनकी गिरफ्तारी की मांग की है. इन पहलवानों द्वारा लगाए गए संगीन आरोपों को देखते हुए विभिन्न राजनीतिक दलों ने इनका समर्थन किया है.

यहां तक कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा की कई खाप पंचायतों ने भी इन्हें समर्थन दिया है. सभी राजनीतिक दलों ने सवाल उठाया कि आखिर इस मामले में बृजभूषण शरण के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही? इस बीच गुरुवार की शाम भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने इन पहलवानों पर ही सवाल उठा दिया. उनके धरना प्रदर्शन को उन्होंने अनुशासनहीनता करार दिया था. इसके बाद टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा और शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने पीटी उषा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.

इसी क्रम में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने भी महिला पहलवानों की आवाज को बुलंद करते हुए सरकार से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी. दावा किया गया था कि शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहलवानों के धरने में शामिल होंगे. इसी बीच पंजाब कांग्रेस के नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने भी जंतर मंतर जाने का ऐलान किया.

बृजभूषण को भी नहीं मिली एफआईआर की कॉपी
बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने भी अब तक एफआईआर की कॉपी नहीं मिलने की बात कही है. उन्होंने बताया कि एफआईआर दर्ज होने की जानकारी उन्हें मीडिया के जरिए हुई है. उन्हें नहीं पता कि कब और कहां उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है.

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