महरौली हत्याकांड के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने उच्चतर शिक्षा हासिल करने के लिए अपने शैक्षणिक प्रमाणपत्रों को दिलवाने के लिए अदालत से गुहार लगाई है। उसका कहना है कि वो जेल में रहकर अपनी आगे की पढ़ाई करनी चाहता है। लेकिन उसकी एजुकेशन से जुड़े तमाम दस्तावेज पुलिस के पास हैं। लिहाजा उसके सर्टिफिकेट उसे दिलवाए जाए। कोर्ट ने उसकी याचिका पर कोई फैसला नहीं किया है।
आफताब ने अदालत में दो अर्जियां दाखिल की हैं। उसने चार्जशीट की एक डिजिटल कॉपी जारी करने के लिए अदालत में सोमवार को अर्जी दायर की। उसने अपनी अर्जी में कहा कि उसे श्रद्धा की हत्या के मामले में फंसाया गया है। उसका कहना है कि पुलिस बेसिर पैर की कहानी के जरिये उसे इस मामले में उलझाती जा रही है। अभियोजन ने इरादतन आरोपपत्र की एक ऐसी डिजिटल प्रति मुहैया कराई, जो पढ़ी नहीं जा सकती।
आफताब पूनावाला पर अपनी ‘लिव-इन-पार्टनर’ श्रद्धा वालकर की हत्या करने और उसके शव के टुकड़े-टुकड़े कर राष्ट्रीय राजधानी में अलग-अलग स्थानों पर फेंकने का आरोप है। दिल्ली की एक अदालत ने सात फरवरी को दिल्ली पुलिस की चार्जशीट का संज्ञान लिया था। मामले की अगली सुनवाई 21 फरवरी को होनी है।
आफताब पूनावाला के वकील एमएस खान ने पहली अर्जी में कहा है कि उसका मुवक्किल उच्चतर शिक्षा हासिल करना चाहता है। वह अपने प्रमाणपत्र चाहता है। इसमें यह भी कहा गया है कि पूनावाला को तत्काल कलम, पेंसिल और नोटबुक जैसी चीजों की जरूरत है। दूसरी अर्जी में यह अनुरोध किया गया है कि आरोपपत्र की ‘सॉफ्ट’ या डिजिटल प्रति मुहैया कराई जाए।
दिल्ली पुलिस ने 24 जनवरी को इस मामले में साढ़े छह हजार से ज्यादा पन्नों का आरोप पत्र दाखिल किया था। इसमें श्रद्धा की हत्या को लेकर तमाम खुलासे किए गए हैं। पुलिस ने सारी कहानी चार्जशीट में बयां की है। पुलिस ने श्रद्धा से आफताब की पहली मुलाकात से लेकर उस लम्हे का जिक्र चार्जशीट में किया है जब आफताब को गुस्सा आया और उसने श्रद्धा की हत्या कर दी। उसने अपनी लिव इन गर्लफ्रेंड को कैसे मारा इसका जिक्र भी चार्जशीट में किया गया है।