दिल्ली पुलिस ने फेसबुक और वॉट्सऐप के जरिए ऑनलाइन ठगी करने वाले रैकेट का भांडाफोड़ किया है और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई दिल्ली के पश्चिम जिले की मायापुरी पुलिस ने की है. आरोपी ठगी करने के लिए फेसबुक पर फेक अकांउट बनाते थे और जालसाजी का पता न चले इसके लिए इंटरनेशनल आईपी एड्रेस का इस्तेमाल करते थे. आरोपियों का नाम दीवस रिमल और नडुब्यूसी है.
दिल्ली पुलिस के अनुसार, आरोपी ठगी का पैसा पाने के लिए फर्जी आईडी पर विभिन्न बैंकों में खाते खुलवाते थे. एक युवती ने पुलिस में शिकायत की थी कि धोखाधड़ी जरिए 4.5 लाख रुपए ठग लिए गए हैं, जिसके बाद पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद इस रैकेट का पर्दाफाश किया है.
पुलिस ने बताया कि पीड़ित युवती ने कहा कि उसे डॉ. माइक विलियमसन नाम के शख्स ने फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी. इसके बाद आरोपी ने उससे अपना वॉट्सऐप नंबर शेयर करने के लिए कई बार अनुरोध किया, जिसके बाद उसने अपना नंबर शेयर कर दिया. आरोपी ने आगे पीड़ित युवती से कहा कि वह अपनी मां के जन्मदिन के लिए कोई गिफ्ट सुझाए. इसके बाद उसे बताया गया कि आपकी मां के लिए खरीदारी करते समय उसने कुछ सरप्राइज गिफ्ट और एक बैग खरीदा है और शख्स ने युवती से उसकी मां का एड्रेस मांगा, जिसे शेयर कर दिया गया.
पीड़ित युवती ने पुलिस ने बताया कि कुछ दिनों के बाद एक जान्हवी शर्मा नाम की लड़की का फोन आया जिसने कहा कि वह सीमा शुल्क विभाग से है और आपके नाम का कूरियर आया है, जिसे लेने के लिए 37,300 रुपए देने होंगे. इसके बाद बैंक अकाउंट में राशि ट्रांसफर कर दी. कुछ देर बाद फिर फोने आया और कहा गया कि क्योंकि कूरियर में बड़ी रकम और गहने हैं, इसलिए उसे फिर से रुपए देने पड़ेंगे. इस बार 3,65,000 रुपए मांगे गए, जिसे उसने फिर से एक अन्य बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया.
पीड़िता ने पुलिस ने बताया कि अगले दिन उसे उसी नंबर से दोबारा कॉल आया और लड़की ने कहा कि उसे कूरियर लेने के लिए दंड के रूप में 570000 रुपए का भुगतान करना होगा और दो बैंक अकाउंट की डिटेल शेयर की गई. इसके बाद पीड़ित युवती को समझ आ गया कि वह ठगी का शिकार हुई है.
पुलिस ने आरोपियों के पास 10 एटीएम, जाली पासपोर्ट, सिम कार्ड्स, मोबाइल, एक होंडा सिटी कार, एक स्कूटी, पीओएस मशीनें, बैंक पासबुक्स और 1,11,000 रुपये जब्त किए हैं. इन आरोपियों ने विदेशों से महंगे गिफ्ट देने के बहाने 100 से अधिक लोगों को ठगी का शिकार बनाया है.