नई दिल्ली : कांग्रेस ने अगले सप्ताह अपनी अहम बैठक से पहले रविवार को कहा कि पार्टी के शीर्ष नेता तीन दिवसीय पूर्ण अधिवेशन के दौरान विपक्षी एकता बनाने के तरीकों पर विचार-विमर्श करेंगे और दिशा देंगे. पार्टी ने जोर देकर कहा कि इसके बिना ऐसा कोई भी प्रयास (विपक्षी एकता का) नाकाम होगा. छत्तीसगढ़ के नया रायपुर (Nava Raipur) में यह अधिवेशन 24 फरवरी से शुरू होगा और इसमें लगभग 15,000 प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है. कांग्रेस महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी की संचालन समिति सत्र के पहले दिन बैठक करेगी और तय करेगी कि पार्टी के शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था – कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) के लिए चुनाव होंगे या नहीं. पार्टी संगठन से जुड़े कुछ लोगों द्वारा इसे लेकर मांग की गई थी. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) को सत्ता से बेदखल करने और 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन बनाने के लिए विभिन्न विपक्षी दलों को एक साथ लाने में अपनी भूमिका से कांग्रेस भलीभांति वाकिफ है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वेणुगोपाल ने कहा, “कांग्रेस पहले ही पहल कर चुकी है और विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ संपर्क में है. विपक्षी दलों को साथ लाने के लिए कांग्रेस की ओर से साफ तौर पर पहल की गई है और हम निश्चित रूप से उन्हें 2024 के चुनावों में बीजेपी के खिलाफ एक साथ लाएंगे.”
उन्होंने कहा, “विपक्षी एकता का मुद्दा पार्टी के पूर्ण अधिवेशन में रखा जाएगा, जहां इस पर विचार-विमर्श किया जाएगा.” उन्होंने कहा कि मुख्य काम 2024 में बीजेपी को परास्त करना है. वेणुगोपाल ने कहा कि यह अधिवेशन, पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा की भावनाओं का प्रतिबिंब और उदयपुर चिंतन शिविर का विस्तार है. पूर्ण अधिवेशन को “हाथ से हाथ जोड़ो” की टैगलाइन दी गई है क्योंकि यह पार्टी के देशव्यापी ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ अभियान के बीच आयोजित हो रहा है.
कांग्रेस महासचिव (कम्युनिकेशंस) जयराम रमेश ने कहा, ‘‘हम मानते हैं कि विपक्ष की एकता जरूरी है. अधिवेशन में इस पर विचार होगा. उन्होंने कहा, ‘‘हम अपनी भूमिका अच्छी तरह जानते हैं. कांग्रेस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने बीजेपी के साथ कहीं भी समझौता नहीं किया है.”कांग्रेस नेता ने इस बात पर जोर दिया, ‘‘हमें किसी के प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है. कांग्रेस के बिना कोई भी विपक्षी एकता असफल होगी…मजबूत कांग्रेस के बिना मजबूत विपक्षी एकता असंभव है. चुनाव के पहले गठबंधन होना चाहिए, बाद में होना चाहिए, इस पर अधिवेशन में लोग अपना विचार रखेंगे.”
रमेश ने कहा, ‘‘नीतीश कुमार जी का बयान के हम स्वागत करते हैं क्योंकि उन्होंने माना है कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का असर न सिर्फ कांग्रेस पर, बल्कि भारतीय राजनीति पर हुआ है. यह भारतीय राजनीति के लिए परिवर्तनकारी क्षण है, यह उन्होंने स्वीकारा है.”उन्होंने कहा कि 2024 से पहले कई राज्यों में चुनाव हैं जिन पर पार्टी को ध्यान देना है. केसी वेणुगोपाल ने इस मौके पर कहा कि इस बार का यह पूर्ण अधिवेशन 2024 के लोकसभा चुनाव की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा.