दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के प्रबंधन निदेशक विकास कुमार ने शुक्रवार को मेट्रो भवन ‘डीएमआरसी ट्रैवल’ ऐप जारी किया। इस ऐप के माध्यम से यात्री अपने स्मार्ट फोन से क्यूआर कोड आधारित टिकट खरीद सकते हैं और मोबाइल से ही इस टिकट को मेट्रो स्टेशनों पर लगे ऑटोमेटिक फेयर क्लेक्शन (एएफसी) गेट पर स्कैन कर मेट्रो में सफर कर सकते हैं।
इससे मेट्रो में किराया भुगतान की सुविधा आसान हो जाएगी। यात्रियों को क्यूआर कोड आधारित कागज के टिकट के लिए लाइन में लगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। साथ ही स्मार्ट कार्ड रखने पर मोबाइल से ही किराया भुगतान हो सकेगा।
डीएमआरसी का कहना है कि यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध हो गया है। इसलिए यात्री अपने एंड्राइड मोबाइल फोन पर डाउनलोड कर सकते हैं। आईओएस के प्लेटफार्म पर भी डाउनलोड के लिए जल्द उपलब्ध होगा।
इस ऐप से क्यूआर काेड आधारित टिकट खरीदने के लिए यात्रियों को ऐप खोलने के बाद प्रस्थान व गंतव्य स्टेशन का चयन करना होगा। इसके बाद बुक टिकट के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इसके बाद अपनी सुविधा के अनुसार डेविट, क्रेडिट कार्ड, यूपीआइ या वालेट से किराया भुगतान किया जा सकेगा। तब मोबाइल पर क्यूआर कोड आधारित टिकट उपलब्ध हो जाएगा।
इस ऐप के माध्यम से यात्री अपने पिछले भुगतान को देख सकते हैं। उल्लेखनीय है कि डीएमआरसी ने पिछले माह क्यूआर कोड आधारित कागज के टिकट की शुरुआत की थी। तब डीएमआरसी ने मई के अंत तक मोबाइल से किराया भुगतान की सुविधा शुरू करने की बात कही थी, लेकिन पिछले माह यह सुविधा शुरू नहीं हो पाई थी।
डीएमआरसी का कहना है कि मेट्रो स्टेशन पर लगे 60 प्रतिशत एएफसी गेट में क्यूआर कोड स्कैन की सुविधा कर दी गई है।अगले एक से दो माह में सभी एएफसी गेट से क्यूआर कोड आधारित टिकट स्कैन करने की सुविधा हो जाएगी। डीएमआरसी ने सबसे पहले एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर मोबाइल से किराया भुगतान की सुविधा शुरू की थी। अब सभी कारिडोर पर मोबाइल से किराया भुगतान की सुविधा हो गई है।
डीएमआरसी ट्रैवल के जरिये यात्री स्मार्ट कार्ड भी रिचार्ज करा सकते हैं। इसके अलावा विभिन्न मेट्रो स्टेशनों, इंटरचेंज स्टेशन व किराया इत्यादि की जानकारी लेकर मेट्रो में अपनी यात्रा प्लान कर सकते हैं। यह ऐप मेट्रो के पोर्टल से भी जुड़ा है। इसलिए इस ऐप के माध्यम से मेट्रो परिचालन की स्थिति की जानकारी ले सकते हैं। यदि किसी कारिडोर पर मेट्रो का परिचालन किसी तकनीकी कारण से प्रभावित हो तो उसकी सूचना भी इस ऐप के माध्यम से उपलब्ध होगी।