पश्चिम बंगाल:- नारदा स्टिंग केस में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के 2 मंत्रियों समेत राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के चारों नेताओं को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने सोमवार को शाम को जमानत दे दी. सीबीआई ने सुब्रत मुखर्जी, फिरहाद हाकिम, मदन मित्रा और पूर्व कोलकाता के मेयर शोभन चटर्जी को गिरफ्तार किया था.
गौरतलब है कि नारदा केस में ममता सरकार के मंत्रियों और नेताओं की गिरफ्तारी के बाद कोलकाता के निजाम पैलेस सीबीआई दफ्तर के बाहर दोपहर को TMC समर्थकों का भारी हंगामा देखने को मिला. खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी वहां पहुंचकर CBI से उन्हें भी गिरफ्तार करने को कहा. हालांकि, छह घंटे के बाद वहां से सीएम ममता बनर्जी ये कहते हुए लौट आईं कि कोर्ट इस पर अपना फैसला देगा.
टीएमसी समर्थकों ने किया भारी हंगामा
गौरतलब है कि सीबीआई ने चारों नेताओं को नारदा स्टिंग घोटाले में गिरफ्तार किया गया. नारदा टेप साल 2016 में जारी किए गए थे. सीबीआई के प्रवक्ता आरसी जोशी ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके बाद टीएमसी समर्थकों ने निजाम पैलेस के बाद भारी विरोध प्रदर्शन किया. इसके बीद सीबीआई ने अतिरिक्त केन्द्रीय बलों की मांग की क्योंकि प्रदर्शनकारी निजाम पैलेस के बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे. समर्थक फौरन टीएमसी नेताओं की रिहाई की मांग कर रहे थे. वे सभी प्रदर्शनकारी बीजेपी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के खिलाफ नारे लगा रहे थे.
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने जताई चिंता
दूसरी तरफ, राज्य के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सीबीआई दफ्तर के बाद टीएमसी समर्थकों की तरफ से फेंके गए पत्थरों को लेकर चिंता जताई. जगदीप धनखड़ ने ट्वीट करते हुए कहा- चिंताजनक स्थिति. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कहा कि संवैधानिक मानदंडों और कानून के शासन का पालन करें. कोलकाता पुलिस और बंगाल के गृह मंत्रालय को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी कदम उठाए जाने चाहिए. दुखद कि अधिकारियों की तरफ से ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण स्थिति को बिगड़ने दिया जा रहा है.
जगदीप धनखड़ ने एक अन्य ट्वीट में कहा- ममता बनर्जी का ध्यान इस ओर दिलाना चाहूंगा कि चैनलों और सार्वजनिक डोमेन में मैंने सीबीआई कार्यालयों के बाहर आगजनी और पथराव देखा. दयनीय है कि कोलकाता पुलिस और पश्चिम बंगाल पुलिस सिर्फ मूकदर्शक है. आप से अपील है कि कार्रवाई करें और कानून-व्यवस्था बहाल करें.