जिले के नगर थाना क्षेत्र के मुहल्ले में शादी का झांसा देकर सात साल तक संबंध बनाने और प्रेमिका के गर्भवती होने पर शादी करने से इनकार करने का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, जब पीड़िता ने शादी के लिए दबाव बनाया तो आरोपी जान से मारने की धमकी देने लगा। तंग आकर पीड़ित महिला ने पुलिस के सामने इंसाफ के लिए गुहार लगाई है। आरोपी वार्ड पार्षद का बेटा है।
जानकारी के मुताबिक, साल 2017 में आरोपी लड़की से प्रेम का इजहार किया। फिर शादी का वादा कर उससे शारीरिक संबंध बनाने लगा। इस बीच, मंदिर में शादी करने का नाटक भी किया, लेकिन जब प्रेमिका गर्भवती हो गई तो शादी करने से साफ इनकार कर दिया। इतना ही नहीं, आरोपी ने मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी भी दी।
एसपी को दिए आवेदन में पीड़िता ने कहा कि औरंगाबाद के एक वार्ड पार्षद के बेटे ने साल 2017 में पहली बार उससे शादी का वादाकर संबंध बनाया था। इसके बाद यह सिलसिला चलता रहा, जब उसने शादी के लिए कहा तो आरोपी ने बारुण थाना क्षेत्र के जोगिया ईंट भट्टे के पास मंदिर में शादी कर ली। पीड़िता भी इस शर्त पर शादी के लिए राजी हो गई कि वह अभी सिंदूर नहीं लगाएगी। जब वास्तविक शादी होगी, तब वह सुहागन के जैसे रहेगी।
युवती के मुताबिक, साल 2020 में वह गर्भवती हो गई। यह बात जब आरोपी को पता चली तो वह बहला-फुसलाकर उसे अस्पताल ले गया और वहां उसका गर्भपात करवा दिया। इसके बाद आरोपी का व्यवहार बदलने लगा।
इसके बाद दोनों ने शादी के लिए पटना के रजिस्ट्रार ऑफिस में आवेदन दिया। शादी के लिए पहली तारीख 27 मई, 2023 और दूसरी तारीख 15 जून, 2023 मिली थी, लेकिन वह दोनों ही दिन नहीं आया। जब प्रेमी से बात करने के लिए फोन लगाया तो फोन उसके छोटे भाई ने उठाया और गाली देते हुए जान मारने की धमकी देने लगा।
पीड़िता ने बताया कि इंसाफ के लिए वह 16 जून, 2023 को महिला थाने गई तो वहां भी प्रेमी के परिवारवालों ने जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता ने थाने में कई सबूत पेश किए और कहा कि जब जरूरत पड़ेगी तो वह खुद भी पेश हो सकती है।
पीड़िता ने एसपी से न्याय दिलाने की गुहार लगाते हुए कहा है कि आरोपित प्रेमी पहले से शादीशुदा है और उसके बच्चे भी हैं। एसपी के आदेश पर महिला थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
थानाध्यक्ष कुमकुम कुमारी ने बताया कि एसपी के आदेश पर आवेदन के आलोक में जांच चल रही है। उधर प्रेमिका ने घटना से संबंधित पूरी जानकारी मीडिया के समक्ष दी है।