पबजी गेम के जरिए पनपे प्रेम के बाद गैरकानूनी ढंग से भारत की सरहद लांघने वाली पाकिस्तानी सीमा हैदर के लिए कानूनी अड़चनें कम नहीं हैं। अपना देश छोड़कर नोएडा के सचिन मीणा से विवाह रचाने वाली सीमा हैदर के विरुद्ध चल रही जांच में यह तथ्य पूरी तरह प्रमाणित हो चुका है कि वह नेपाल के रास्ते चार बच्चों के साथ घुसपैठ कर आई थी।
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, उसके विरुद्ध नोएडा के रबुपुरा थाने में चार जुलाई को दर्ज मुकदमे के तहत अब उसे वापस पाकिस्तान भेजे जाने की कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। महिला के पाकिस्तानी जासूस होने के संदेह को लेकर जांच की जा रही है। सीमा के चार मोबाइल फोन से बरामद डेटा का विश्लेषण कराए जाने के साथ ही सोशल मीडिया पर उसकी गतिविधियों को लेकर भी गहनता से छानबीन की जा रही है।
सीमा हैदर का दावा है कि उसने जनवरी 2022 में ही प्रेमी सचिन के साथ रहने की ठान ली थी। भारत आने से पहले पाकिस्तान में अपना मकान 12 लाख रुपये में बेचा था। एटीएस के अनुसार, सीमा वर्ष 2020 में पबजी गेम के माध्यम से सचिन के संपर्क में आई थी और 15 दिनों में ही उनके बीच नजदीकियां बढ़ गई थीं। दोनों में व्हॉट्सऐप कॉल के जरिए बातचीत शुरू हो गई थी।
सीमा का पति गुलाम हैदर वर्ष 2019 से दुबई में नौकरी कर रहा है। गुलाम सीमा को हर माह लगभग 70 से 80 हजार रुपये (पाकिस्तानी मुद्रा) भेजता था। सारे खर्च निकालकर सीमा हर माह 20 से 25 हजार रुपये की बचत करती थी। वह गांव में एक-एक लाख रुपये की दो कमेटी में भी शामिल थी। सीमा ने बताया कि वर्ष 2021 में उसे कमेटी के दो लाख रुपये मिले थे। अपनी बचत, ससुर व पति से मिली रकम व रिश्तेदारों से कुछ रकम लेकर उसने 12 लाख रुपये का मकान खरीदा था।
सचिन से शादी रचाने के लिए मकान खरीदने के तीन माह बाद ही जनवरी 2022 में उसे 12 लाख रुपये में उसे बेंच दिया था। वह पहली बार 10 मार्च, 2023 को टूरिस्ट वीजा पर कराची से शारजाह होते हुए नेपाल पहुंची और 17 मार्च को उसी रूट से पाकिस्तान चली गई। तब 10 मार्च को ही सचिन भी नेपाल पहुंचा था और दोनों काठमांडू के न्यू विनायक होटल में ठहरे थे। दूसरी बार सीमा 10 मई को 15 दिनों के टूरिस्ट वीजा पर अपने चारों बच्चों को साथ लेकर दुबई होते हुए 11 मई को नेपाल पहुंची थी।
12 मई को वह अपने बच्चों को लेकर पोखरा (नेपाल) से बस से रूपनडेही-खुनवा सीमा से सिद्धार्थनगर, लखनऊ व आगरा से होकर 13 मई को गौतमबुद्धनगर में रबुपुरा कट पर बस से उतरी थी। जहां से सचिन उसे किराये के मकान में ले गया था।
एटीएस ने सीमा के पास से दो वीडियो कैसेट, चार मोबाइल फोन, सीमा व उसके चारों बच्चों के पाकिस्तानी पासपोर्ट, एक अधूरे-नाम पते का बिना प्रयोग किया गया पासपोर्ट व परिचयपत्र बरामद किया है। पूरे मामले में अभी कई सवालों के जवाब आने बाकी हैं। मसलन, पांचवीं तक पढ़ी सीमा का अच्छी अंग्रेजी बोलना और बच्चों को लेकर आसानी से नेपाल के रास्ते भारत आना। उसके पास से मिला अधूरा पासपोर्ट किसका है और उसे बनवाने के पीछे क्या मकसद था।
सीमा ने पति की भेजी रकम व रिश्तेदारों से मिले सहयोग से 12 लाख रुपये का मकान खरीदा और फिर उसे तीन माह बाद ही आसानी से बेच भी दिया। सीमा के इन बयानों की पूरी सच्चाई का भी सामने आना बाकी है। जांच एजेंसियों के लिए सीमा से जुड़े कई सवाल अभी पहेली हैं, जिनके जवाब तलाशने के प्रयास किए जा रहे हैं।