छेड़छाड़ पर मारपीट करने वाली छात्रा जेल में रहकर दे रही परीक्षा

भोपाल: मध्यप्रदेश के गुना में 12वीं की परीक्षा देने एक छात्रा पुलिस अभिरक्षा में आती है, उस पर आरोप है कि उसने एक युवक के साथ मारपीट की थी, जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया था. जिसके साथ मारपीट की गई उस पर छात्रा के साथ छेड़छाड़ का आरोप था. गुना में 12वीं में पढ़ने वाली छात्रा बोर्ड एक्जाम देने पुलिस अभिरक्षा में चार विषयों की परीक्षा दे चुकी है. जेल प्रशासन ने उसे परीक्षा देने की अनुमति दी है गुना के शारदा स्कूल में परीक्षा देते वक्त पुलिस केंद्र के बाहर पहरा देती रही. पेपर पूरा होने के बाद उसे फिर से जेल ले जाया गया.

दरअसल चार फरवरी को गुना के नानाखेड़ी इलाके में 35 साल के युवक के साथ मारपीट की गई थी. उस पर छात्रा से छेड़छाड़ का आरोप था. पहले भी पुलिस में शिकायत दर्ज की गई थी लेकिन दुबारा ऐसा करने पर लड़की और उसके परिजनों ने आरोपी अजय धाकड़ को बेरहमी से मारा. हाथ-पैर बांधकर उसे सड़क पर घसीटा था. बचाने पत्नी आई तो उसे भी पीटा गया. छात्रा भी उसे डंडे से मारती रही, ऐसा आरोप है. अजय धाकड़ के परिजन कहते हैं कि वह निर्दोष हैं, वहीं छात्रा के परिजन चाहते हैं इंसाफ मिले.

छात्रा के दादा केदार सिंह साहू ने कहा एफआईआर में 11 लोगों के नाम थे, कुछ लोग थे भी नहीं उन्हें भी आरोपी बना दिया गया. आरोपी पक्ष प्रबल है उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई राजनीतिक संरक्षण है उनको. वहीं उसकी मां ने कहा हम पुलिस के पास गए हैं तो लड़की के साथ जरूर गलत हुआ है … इसलिए हम सिर्फ इतना चाहेंगे कि हमारी बेटी को न्याय मिले.

लेकिन अस्पताल में भर्ती अजय धाकड़ की पत्नी रीना धाकड़ ने कहा कि वह मेरे पति को पीट रहे थे कोई बचाने नहीं जाएगा तो मैं जाऊंगी … वो हमें दोषी मानते हैं कहते हैं हमारी लड़की को देखता है … अरे हमारा छत तो खुल्ला है, झूठा आरोप लगाते हैं. 2 घंटे मेरे पति को वो मारते रहे, मैंने बचाया, पुलिस को फोन किया … 100 लोग वहां जमा थे लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया.

वहीं गुना के एसपी राजीव कुमार मिश्रा ने कहा लड़की पक्ष का एक साल पहले केस दर्ज कराया गया था उसकी गिरफ्तारी भी की गई थी अभी फिर छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया जिसकी पुलिस में शिकायत नहीं की गई कानून को अपने हाथ में लिया गया काफी मारपीट की गई. जो बच्ची पक्ष है उसको भी संवेदनशीलता से सुना गया है दूसरे पक्ष को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.

मामला जातिगत भी हो चुका है जहां साहू समाज के लोगों ने दोषियों पर कार्रवाई और छात्रा की रिहाई के लिए राष्ट्रपति के नाम स्थानीय प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है.

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