फरीदाबाद. निकिता हत्याकांड (Nikita Massacre) में आयोजित महापंचायत के दिन सड़क जाम के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिस (Police) पर पथराव किया था. इस मामले को लेकर फरीदाबाद पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. एसीपी आदर्श दीप ने बताया कि कुछ असामाजिक तत्व निकिता हत्याकांड के बाद शहर के माहौल को खराब करने के लिए भड़काऊ व्हाट्सएप मैसेज फॉरवर्ड कर रहे थे, जिसके कारण उस दिन माहौल तनावपूर्ण हो गया था.
पुलिस ने इस मामले में 32 लोगों को गिरफ्तार किया था और उनसे पूछताछ के बाद यह दावा किया है. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों की व्हाट्सएप चैट देखने के बाद इस बात का खुलासा हुआ है. अब पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि इन मैसेज को कहां से फॉरवर्ड किया गया था. इनका ओरिजन सोर्स क्या है? पुलिस ने कहा कि भड़काऊ मैसेज फॉरवर्ड करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि कोई भी ऐसा मैसेज जो धार्मिक सद्भाव को बिगाड़ सकता हो, या शहर की शांति- व्यवस्था को खराब कर सकता हो. ऐसे मैसेज को किसी दूसरे को फारवर्ड ना करें.
दो नवंबर को हुई थी महा पंचायत
निकिता हत्याकांड को लेकर बल्लभगढ़ दशहरा ग्राउंड में रविवार दो नवंबर को 36 बिरादरी की महापंचायत बुलाई गई थी. इस महापंचायत के दौरान लोगों ने नेशनल हाइवे दो को जाम कर दिया था. भीड़ ने इस दौरान पुलिस के ऊपर पथराव किया था, जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया था. उपद्रव करने के आरोप में पुलिस ने 32 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया था.
बता दें कि हरियाणा के बल्लभगढ़ में एक लड़की के अपहरण में नाकाम आरोपियों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी. लड़की का नाम निकिता तोमर था. वारदात का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था. जिसके बाद निकिता के परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए लोग सड़क पर उतर आए थे. निकिता के परिजनों के आरोपी लड़कों पर लव-जेहाद का आरोप लगाया है.