अहमदाबाद: गुजरात के नए मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल आज दोपहर 2.20 बजे राज्य के 17वें मुख्यमंत्री के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे. केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे. भूपेन्द्र पटेल आज अकेले ही शपथ लेंगे. इससे पहले रविवार शाम को भूपेंद्र पटेल ने राजभवन में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया.
भुपेंद्र पटेल को चुना गया विधायक दल का नेता
55 साल के भुपेंद्र पटेल को रविवार को अहमदाबाद में सर्वसम्मति से बीजेपी विधायक दल का नेता चुन लिया गया था. मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पटेल के नाम का प्रस्ताव रखा. सीएम रूपाणी ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी. 182 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 112 विधायकों में से अधिकतर बैठक में उपस्थित थे.
आनंदीबेन पटेल के करीबी माने जाते हैं भुपेंद्र पटेल
भूपेंद्र पटेल को मृदुभाषी कार्यकर्ता के रूप में जाना जाता है,जिन्होंने नगर पालिका स्तर के नेता से लेकर प्रदेश की राजनीति में शीर्ष पद तक का सफर तय किया है. पटेल ने 2017 में पहली बार राज्य की घाटलोडिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और 1.17 लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की, जो उस चुनाव में एक रिकॉर्ड था. अपने समर्थकों के बीच ‘दादा’ के नाम से पुकारे जाने वाले पटेल को गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का करीबी माना जाता है. वह जिस विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते हैं, वो गांधीनगर लोकसभा सीट का हिस्सा है, जहां से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सांसद हैं.
सबसे बड़ी शहरी निकाय अहमदाबाद नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष रहे भुपेंद्र
पटेल 2015 से 2017 तक अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण (एयूडीए) के अध्यक्ष रह चुके हैं. इससे पहले वह 2010 से 2015 तक गुजरात के सबसे बड़ी शहरी निकाय अहमदाबाद नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष रहे थे. सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा रखने वाले पटेल विधानसभा चुनाव लड़ने से पहले स्थानीय राजनीति में सक्रिय थे और अहमदाबाद जिले की मेमनगर नगरपालिका के सदस्य रहे और दो बार इसके अध्यक्ष बने. वह पाटीदार समुदाय के सामाजिक-आर्थिक विकास को समर्पित संगठन सरदारधाम विश्व पाटीदार केंद्र के न्यासी भी हैं.