पिछले कुछ समय से ग्रीन टी पीने का ट्रेंड बढ़ा है. चाय के शौकीन हों या न हो. सेहत की खातिर और वेट लॉस के बारे में सुनकर अधिकांश लोगों ने ग्रीन टी को अपनी आदत में शुमार कर लिया. बिना ये जाने समझे कि सही ढंग से न अपनाई जाए तो ये आदत कुछ नुकसानदायक भी हो सकती है. हालांकि इस डर से ग्रीन टी के फायदों को नकारा नहीं जा सकता. पर, गलत तरीके से ग्रीन टी का सेवन कई परेशानियां खड़ी कर सकता है इसमें भी कोई दो राय नहीं. खासतौर से खाली पेट ग्रीन टी पीने की आदत सेहत के लिए फायदे से ज्यादा नुकसान का कारण बन सकती है. इसलिए ग्रीन टी को अपने डेली रूटीन का हिस्सा बनाने से पहले उसके फायदे ही नहीं उसके नुकसान को समझ लेना भी बेहतर है.
हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर
खाली पेट ग्रीन टी पीने से हार्ट रेट बढ़ने की संभावना भी बढ़ जाती हैं. इसकी वजह से बीपी भी बढ़ सकता है. वजह ये है कि ग्रीन टी मेटाबॉलिक रेट को बढ़ा सकती है. जिसका सीधा असर दूसरे तंत्रों पर पड़ता है. इसलिए अगर आप बीपी के मरीज हैं तो खाली पेट ग्रीन टी बिलकुल न पिएं.
सिरदर्द
खाली पेट ग्रीन टी पीने से सिरदर्द की समस्या भी हो सकती है. खासतौर से जो लोग माइग्रेन के शिकार रहते हैं उन्हें ये गलती करने से बचना चाहिए.
डिहाइड्रेशन
ग्रीन टी से अगर आपकी सुबह की शुरुआत होती है यानि नाश्ते से पहले तो इसकी वजह से डिहाइड्रेशन भी हो सकता है.
भूख न लगना
खाली पेट ग्रीन टी पीने से पेट में जलन की समस्या बढ़ने की संभावना होती है. जो एसिडिटी की वजह बनती है. जिसका सीधा असर आपकी भूख पर पड़ता है. एसिड की मात्रा ज्यादा होने से की बार पेट दर्द जैसी समस्याएं भी होने लगती हैं.
एंग्जाइटी
ग्रीन टी में कैफीन की जो मात्रा होती है वो एंग्जाइटी बढ़ाने वाली होती है. इसलिए खाली पेट ग्रीन टी पीने से बचें. अक्सर तनावग्रस्त या पैनिक अटैक से ग्रस्त लोगों को ग्रीन टी न ही पीने की सलाह दी जाती है.