मुंबई-पुणे एक्सप्रेस को जोड़ेगा 1000 करोड़ का सी ब्रिज, देश के सबसे लंबे ब्रिज की क्या है खासियत?

नई दिल्ली: मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक(MTHL), जो कि भारत का सबसे बड़ा समुद्री ब्रिज है. उससे मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे से एक एलिवेटेड कॉरिडोर के जरिए जोड़ा जाएगा. ये जानकारी मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MMRDA) के अधिकारियों ने दी है. मुबंई के इस मेगा प्रोजेक्ट के लिए MMRDA ने टेंडर मंगाए हैं. इस एलिवेटेड रोड की कीमत 1000 करोड़ रुपये है. इस लिंक के कई सड़कों पर ट्रैफिक कम होने की उम्मीद है, इस सी ब्रिज से मुंबई, नवी मुंबई, लोनावाला, पुणे और कई अन्य जगह से आने-जाने वाले हजारों यात्रियों को मदद मिलेगी.

90 मिनट दूरी कम करेगा कॉरिडोर
MMRDA के अधिकारियों ने जानकारी दी कि इस कॉरिडोर के बनने लोनावाला, खंडाला और मुंबई के बीच यात्रा के समय में 90 मिनट की बचत होगी. इसका चिर्ले में एक इंटरचेंज होगा. मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक(MTHL)का निर्माण पूरा होने वाला है और इसके साल 2023 के अंत तक खुलने की उम्मीद है. इस बीच बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ईस्टर्न फ्रीवे को ग्रांट रोड से जोड़ने के लिए एक और एलिवेटेड रोड को जोड़ने का काम करेगा. एक अनुमान के मुताबिक इसमें 700 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. ये एलिवेटेड रोड ईस्टर्न फ्रीवे (ऑरेंज गेट) को जे राठौड़ रोड, हैनकॉक ब्रिज, रामचंद्र भट्ट मार्ग (जेजे फ्लाईओवर के ऊपर) और मौलाना शौकत अली रोड से गुजरते हुए फ्रेरे ब्रिज ईस्ट से जोड़ेगी.

21.8 किमी लंबा है MTHL
लंबे समय से लंबित 21.8 किमी मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक सेवरी को मुंबई और रायगढ़ को न्हावा शेवा को जोड़ता है. ये 6 लेन का फ्री वे ग्रेड ब्रिज है. इसकी 21.8 किमी में से 16.5 किमी की दूरी समुद्र के माध्यम से है. जबकि 5.5 किमी की दूरी जमीन पर है. इसका निर्माण पूरा हो जाने के बाद ये भारत का सबसे लंबा समुद्री ब्रिज होगा और इससे प्रतिदन 7000 वाहन गुजरेंगे.

ट्रांस-हार्बर लिंक से क्या आएगा बदलाव?
ट्रांस-हार्बर लिंक(MTHL) के महत्व को बताते हुए मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी( MMRDA) के आयुक्त ने कहा कि एमटीएचएल के उद्घाटन के बाद मुंबई एक ‘द्वीप शहर’ नहीं होगा क्योंकि ये बिना रुकावट के कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगा. उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए होगा क्योंकि इससे समुद्र में बसे शहर की बाधाएं समाप्त होंगी, जो 200 सालों से हैं. MTHL के चालू होने के बाद सभी तरह की भौगोलिक बाधाएं अतीत की बात हो जाएंगी क्योंकि आपको शहर में पहुंचने में मात्र 10 मिनट लगेंगे. हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने बजट पेश करने के दौरान दोहराया कि एमटीएनएल परियोजना इस साल तैयार हो जाएगी.

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