6 करोड़ की डकैती 24 घंटों में सुलझाई, लेकिन बरामद ज्वेलरी वापस नहीं कर रही पुलिस

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी पर गंभीर आरोप लगे हैं. शिकायतकर्ता कंपनी मालिकों ने बताया कि उनके साथ करीब छह करोड़ के ज्वेलरी की लूट हुई थी. इस मामले को दिल्ली पुलिस ने सुलझा भी लिया था. पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था. लूटी हुई ज्वेलरी भी बरामद कर ली थी, लेकिन दो महीने बाद भी उन्हें सामान वापस नहीं किया गया है. अब शिकायतकर्ता कंपनी मालिकों ने न्याय के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया है.

बता दें, इसी साल 31 अगस्त को दो कोरियर कंपनी के अधिकारियों को मध्य दिल्ली के पहाड़गंज में चार बदमाशों ने घेर लिया, बदमाशों ने उनकी आंखों में मिर्च पाउडर फेंक दिया और पास में मौजूद बैग लेकर फरार हो गए. शिकायतकर्ता दो बैग और हीरे, सोने-चांदी के आभूषणों से भरा एक बॉक्स ले जा रहे थे. केस की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि आरोपी फर्जी पुलिसकर्मी बनकर चेकिंग कर रहे थे. जब पीड़ित कंपनी मालिक वहां से गुजरे तो उन्हें तलाशी लेने के बहाने रोक लिया. घटना के करीब 24 घंटे बाद ही आरोपी को जयपुर से पकड़ लिया गया. साथ ही माल भी बरामद कर लिया गया.

अधिकारी कर रहे बहानेबाजी
सितंबर महीने में शिकायतकर्ता ने बरामद माल को छोड़ने के लिए पुलिस से संपर्क किया. बरामद माल को छोड़ने के लिए मंजूरी भी दे दी गई, लेकिन अब कंपनी मालिकों ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ऐसा करने से इनकार कर दिया. इस उन्होंने कोर्ट का रुख किया. शिकायतकर्ता ने शुक्रवार को अदालत में दायर एक आवेदन में आरोप लगाया कि एक वरिष्ठ अधिकारी किसी न किसी बहाने बरामद सामान को छोड़ने के इच्छुक नहीं हैं.

स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर ने दी जानकारी
आरोपों का जवाब देते हुए स्पेशल सीपी (लॉ एंड ऑर्डर) दीपेंद्र पाठक ने बताया, “हम कोर्ट और उसके फैसलों का सम्मान करते हैं. कुछ भ्रम था क्योंकि शिकायतकर्ता एक कोरियर है न कि मालिक. वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी केवल टीआईपी प्रक्रिया के बाद मालिकों को प्राप्त करने और वस्तुओं को वापस करने का प्रयास कर रहे थे. हालांकि, हम समझते हैं कि 100 मालिक हैं. चूंकि आइटम उच्च मूल्य के हैं, इसलिए हमने अपने कानूनी सलाहकार से संपर्क किया है. हम कोर्ट में रिवीजन पेश करेंगे. अगर वे सहमत होते हैं तो हम आइटम जारी करने से पहले मालिकों को कॉल करेंगे और उनकी सहमति लेंगे. यदि नहीं, तो हम अदालत का कहना मानेंगे.

शिकायतकर्ता के वकील दीपक सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया कि बरामद सामान छह करोड़ रुपये के हैं. 1,000 से अधिक टुकड़े हैं. उन सभी पर टीआईपी कैसे की जा सकती है हमने सितंबर में और शुक्रवार को अदालत का दरवाजा खटखटाय. हम अब अपने नए आवेदन पर उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं. मेरे मुवक्किल के पास आभूषण नहीं हैं. वह केवल एक कोरियर है. लगभग 100-110 ग्राहक/मालिक हैं, जो अपनी खेप का इंतजार कर रहे हैं.

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