दिल्ली सरकार (Delhi Government) की ओर से स्कूल खोलने (School Reopen) का फैसला आगामी सीबीएसई एग्जाम (CBSE Exam) के मद्देनजर लिया गया है. स्कूल में सभी कोरोना दिशानिर्देशों (Covid-19 Guidelines) का पालन किया जाएगा.
दिल्ली (Delhi) में कोरोना महामारी के चलते 10 महीने से बंद कक्षा 10वीं और 12वीं के स्कूल (School) आज से खुलने जा रहे हैं. पिछले साल मार्च में कोरोनोवायरस महामारी (Coronavirus Epidemic) के प्रसार को देखते हुए स्कूल बंद कर दिए गए थे. अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी सरकार की ओर से सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और बिना मान्यता प्राप्त संस्थानों को इजाजत दी गई है.
जहां एक तरफ स्कूल खोलने की घोषणा हो चुकी है, तो वहीं दूसरी ओर माता-पिता बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और असमंजस में हैं कि क्या बच्चों को स्कूल में जाने की इजाजत दी जाए? क्या यह सुरक्षित होगा? ऐसे ही न जाने कितने ही सवाल बच्चों के माता-पिता के मन में चल रहे हैं.
स्कूल आने के लिए माता-पिता की सहमति जरूरी
हालांकि, छात्रों को स्कूल आने से पहले अपने माता-पिता की सहमति लेना जरूरी होगा. स्कूल में कोविड-19 सावधानियों का पालन करना जरूरी है. शिक्षा निदेशालय (DOE) की ओर से बुधवार को जारी एक सर्कुलर में कहा गया था, ‘प्री-बोर्ड की तैयारी और प्रैक्टिकल वर्क से संबंधित गतिविधियों का संचालन करने के लिए सरकारी, सहायता प्राप्त और बिना मान्यता प्राप्त स्कूलों में कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों को 18 जनवरी से बुलाया जाएगा. हालांकि, सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOP) का पालन करते हुए, माता-पिता की सहमति से ही बच्चे को स्कूल बुलाया जाएगा’.
दिल्ली सरकार की ओर से स्कूल खोलने का फैसला आगामी सीबीएसई एग्जाम के मद्देनजर लिया गया है. स्कूल में सभी कोरोना दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा. फिलहाल क्लासेस की टाइमिंग पहले की तुलना में कम रहेगी. एक कमरे में 12-15 छात्र ही बैठ सकेंगे. स्कूलों के कॉरिडोर में हैंडवाशिंग कंसोल और सेनिटाइजर उपलब्ध कराया जाएगा. स्टूडेंट्स को दो बैच में ऑल्टरनेट डेज पर बुलाया जाएगा.
छात्रों को अपना लंच शेयर करने की नहीं होगी इजाजत
वहीं, स्कूल में छात्रों को अपना खाना शेयर करने की इजाजत नहीं होगी. उन्हें पानी की बोतल भी अपने साथ लानी होगी. सभी के लिए मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है. वॉशरूम में एक बार में केवल दो छात्रों को ही जाने की इजाजत होगी. स्कूलों की तरफ से कोई पिक-ड्रॉप फैसिलिटी नहीं दी जाएगी. स्कूल में एक से अधिक एंट्री और एग्जिट प्वाइंट्स होंगे. स्कूल परिसर में एक निर्धारित क्वारंटीन सेंटर भी होगा.
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को वरिष्ठ शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने ट्वीट किया, ‘प्रैक्टिकल/काउंसलिंग के लिए कल से स्कूलों में कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों को वापस बुलाने पर हर कोई उत्साहित और थोड़ा चिंतित भी है. स्कूलों में सभी तैयारियां- सैनिटाइजर, मास्क, सामाजिक दूरी करने के उपाय किए गए हैं. आप सभी को शुभकामनाएं’.