दिल्ली : बीसीसीआई आईपीएल 2021 (IPL 2021) की तैयारियों में लगा हुआ है. इसके तहत फरवरी में खिलाड़ियों की नीलामी होनी है. माना जा रहा है कि अप्रैल-मई में इस बार भारत में ही आईपीएल का आयोजन किया जा सकता है. आईपीएल 2020 का आयोजन यूएई में दुबई, अबू धाबी और शारजाह में किया गया था. आईपीएल 2021 के आयोजन की तारीख नजदीक आने के साथ ही टूर्नामेंट के टाइटल स्पॉन्सर को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है. दरअसल ऐसी चर्चा बीसीसीआई (BCCI) की ओर से ऑक्शन को लेकर टीम मालिकों को भेजे गए मेल के बाद शुरू हुई. भारतीय बोर्ड ने जो मेल भेजा है उसमें टाइटल स्पॉन्सर का नाम नहीं लिखा है. इससे साफ है कि आईपीएल के नए स्पॉन्सर को लेकर बीसीसीआई काम कर रहा है.
क्रिकबज़ की खबर के अनुसार, बीसीसीआई चाइनीज मोबाइल कंपनी वीवो (Vivo) की वापसी का भी खुले मन से स्वागत करेगी. वीवो ने आईपीएल 2020 से पहले भारत-चीन के बीच तनाव के चलते एक साल के लिए अपनी डील को रोकने की रिक्वेस्ट की थी. भारत और चीन के बीच जून 2020 में गलवान घाटी में संघर्ष के बाद तनाव हो गया था. ऐसे में चीन का काफी विरोध हो रहा था. वीवो के हटने पर फिर बीसीसीआई ने ड्रीम11 से टाइटल स्पॉन्सर के लिए डील की थी. लेकिन यह डील केवल आईपीएल 2020 के लिए ही थी. ऐसे में अगर वीवो वापस आता है तो वही आईपीएल का स्पॉन्सर होगा. हालांकि अभी वीवो का इस बारे में कोई बयान नहीं आया है.
वीवो के जाने से बीसीसीआई को हुआ था नुकसान
वीवो के हटने से बीसीसीआई की कमाई पर भी असर पड़ा था. क्योंकि वीवो आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप के रूप में एक साल के 440 करोड़ रुपये देता था. उसका करार 2022 तक का था. वहीं ड्रीम11 से बीसीसीआई को एक साल के 222 करोड़ रुपये ही मिलते थे. ऐसे में लगभग 218 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. बीसीसीआई ने ड्रीम11 के साथ अपनी डील में साफ कहा था कि वीवो के आने पर उसे ही प्राथमिकता दी जाएगी और ड्रीम11 के साथ करार खत्म हो जाएगा.
अभी बीसीसीआई का पूरा ध्यान 18 फरवरी को होने वाली मिनी ऑक्शन पर है. इसके होने के बाद टाइटल स्पॉन्सर का मसला भी सुलझ सकता है.