नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित कोविड-19 के अलक्षणी (asymptomatic) व हल्के लक्षण वाले मरीजों को घर में पृथकवास यानी होम क्वारंटीन (Home Quarantine in Delhi) में रखने पर विचार कर रही है. अधिकारियों ने गुरुवार को यह बात कही. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही सरकार सिर्फ सीमित संख्या में नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिये भेजेगी. बता दें कि देश में कोरोनावायरस के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या गुरुवार तक 1,000 से अधिक हो गई. केन्द्र और राज्यों से रात को मिले ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में ओमीक्रोन से संक्रमण के करीब 1,200 मामले आए हैं. इनमें से दिल्ली में सबसे ज्यादा 263 मामले मिले हैं.
कोविड के सख्त होते प्रतिबंधों के बीच क्वारंटीन नियमों पर सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘नए मामलों की संख्या 1,000 का आंकड़ा पार कर गई है और उनमें से 54 प्रतिशत ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित हैं. यह संख्या अगले कुछ दिनों में और बढ़ने वाली है. और हमने देखा है कि ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित अधिकांश रोगियों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं होती है – वे या तो अलक्षणी हैं या उनमें हल्के लक्षण हैं. उन्हें अस्पतालों में चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता नहीं है.’
उन्होंने कहा, ‘अस्पताल में देखभाल की जरूरत बीमारों को है. यदि वे बीमार हैं, तो हम उन्हें अस्पताल ले जाएंगे; यदि नहीं, तो क्यों (उन्हें) अस्पताल ले जाएं. इसलिए ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित अलक्षणी व हल्के लक्षण वाले रोगियों को घर पर ही पृथकवास में रखने के परिणाम स्वाभाविक रूप से सिद्ध है.’
अधिकारी ने कहा, इसी तरह जीनोम सीक्वेंसिंग करने वाली प्रयोगशालाओं की सीमित क्षमता है. वे एक दिन में 50 से 100 नमूनों का अनुक्रमण कर सकती है लेकिन मामले अब हजारों में हैं. उन्होंने कहा कि इसी के अनुरूप भारत सरकार के निर्देशानुसार कुल नमूनों के पांच प्रतिशत को जीनोम संक्रमण के लिये भेजा जाएगा.