West Bengal Post-Poll Violence: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा के दौरान एक राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता विश्वजीत महेश की हत्या के मामले में सीबीआई ने दो महिलाओं समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि यह तीनों एक दूसरी राजनीतिक पार्टी से संबंध रखते हैं और इन लोगों का आपस में जायदाद को भी लेकर रंजिश थी. सीबीआई के एक आला अधिकारी के मुताबिक जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया उनके नाम श्रीमती शिवानी महेश, श्रीमती अलका महेश और शुभजीत शेखर महेश शामिल हैं. ये तीनों पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के मारकंडाचक इलाके के रहने वाले हैं. CBI के मुताबिक यह मुकदमा 9 नवंबर 2021 को कोलकाता हाईकोर्ट (Calcutta High Court) के आदेश के बाद दर्ज किया गया था.
बंगाल चुनाव बाद हुई हिंसा में तीन गिरफ्तार
इस मामले में पांच आरोपी बताए गए थे. यह मुकदमा विश्वजीत महेश की हत्या से संबंधित था. जो इसके पहले पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के पुलिस थाना संबंग में 5 मई 2021 को विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत दर्ज हुआ था. इस मामले में आरोप था कि आरोपियों ने विश्वजीत महेश पर 4 मई 2021 को लोहे की छड़ों और धारदार हथियारों से हमला किया और उसके बाद उसे एक तालाब में फेंक दिया. विश्वजीत को सबंग हॉस्पिटल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. राज्य पुलिस ने इस मामले में विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज कर मुकदमे की जांच की और दो आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र भी कोर्ट के सामने पेश किया. इस मामले मे एक आरोपी राज्य पुलिस की जांच में शामिल नहीं हुआ और उसके खिलाफ न्यायालय द्वारा गिरफ्तारी वारंट भी जारी किए गए.
विश्वजीत महेश की हत्या में 5 आरोपियों की भूमिका
सीबीआई (CBI) ने जब मामले की जांच शुरु की तो इस दौरान FIR में शामिल 5 आरोपियों की भूमिका सामने आई. जांच के दौरान पता चला कि इन पांच लोगों ने विश्वजीत पर विधानसभा चुनाव के बाद आए रिजल्ट को लेकर टीका टिप्पणी की जिसके बाद दोनों पार्टियों के बीच मारपीट हुई. यह भी आरोप है कि इस मामले में दोनों पार्टियों के बीच एक जायदाद को लेकर भी झगड़ा चल रहा था. सीबीआई ने मामले की जांच के बाद दो महिलाओं सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इन तीनों को सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश किया जाएगा. ध्यान रहे कि सीबीआई पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद हिंसा के मामलों में इस समय पूरी तरह से सख्त रवैया अपना रही है और फरार आरोपियों को लगातार गिरफ्तार कर रही है. जो आरोपी फरार चल रहे हैं उनके खिलाफ सीबीआई कोर्ट (CBI Court) को जानकारी देकर उनकी संपत्ति कुर्क करने की भी तैयारी कर रही है. सीबीआई लगभग 50 मामले दर्ज कर चुकी है.