संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी (Legal Guarantee Of Minimum Support Price) और अन्य लंबित मांगों को लेकर 18 जुलाई से संयुक्त किसान मोर्चा 500 जिलों में ‘वादा खिलाफी विरोधी सभा’ आयोजित करेगा. संयुक्त किसान मोर्चा 18 जुलाई के बाद से लगातार किसी न किसी एक्टिविटी में सड़कों पर उतरता रहेगा. इसके बाद 31 जुलाई को किसान आंदोलन की लंबित मांगों को लेकर देशभर में किसान मोर्चा ने चक्का जाम का ऐलान किया है. इसके बाद 7 से 14 अगस्त तक देश भर में अग्निपथ योजना के खिलाफ ‘जय जवान, जय किसान’ सम्मेलन आयोजित करेगा.
केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय टेनी के इस्तीफे की मांग को लेकर आजादी की 75वीं जयंती पर 18, 19, 20 अगस्त को लखीमपुर खीरी में 75 घंटे का मोर्चा होगा. पंजाब चुनाव के समय मोर्चा से अलग किए गए अधिकांश किसान संगठनों की एसकेएम में वापसी. एसकेएम ने सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और पत्रकार मोहम्मद ज़ुबैर की गिरफ्तारी का विरोध भी किया है. इन मुद्दों पर संयुक्त किसान मोर्चा आने वाले समय में मांग करता हुआ दिखाई देगा.
सोशल मीडिया पर लगी पाबंदी का SKM ने किया था विरोध
संयुक्त किसान मोर्चा ने 28 जून को केंद्र सरकार पर किसान आंदोलन से संबंधित सोशल मीडिया खातों पर पाबंदी लगाने का आरोप लगाया था. इस दौरान एसकेएम का कहना था कि वह केंद्र सरकार के निर्देश पर लगी पाबंदियों का कड़ा विरोध और उसकी निंदा करता है, बिना किसी चेतावनी के किसान मोर्चा से जुड़े सोशल मीडिया हैंडल समेत करीब एक दर्जन ट्विटर अकाउंट को भारत में बंद कर दिया है. संयुक्त किसान मोर्चा मांग की है कि किसान-मजदूर की बुलंद आवाज किसान एकता मोर्चा व ट्रैक्टर टू ट्विटर समेत तमाम ट्विटर अकाउंट, जिन्हें अलोकतंत्रिक व अतार्किक रूप से बंद किया गया है, उन्हें बहाल किया जाए.
SKM ने किया था अग्निपथ योजना का विरोध
एसकेएम, भारत के 40-विषम किसान संगठनों का एक संघ है, जिसे निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में गठित किया गया था. उन्होंने 24 जून को पूरे देश में जिला और तहसील स्तर तक अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन किया था. इस प्रदर्शन के दौरान एसकेएम के नेताओं में से एक योगेंद्र यादव ने सर्वसम्मति के फैसले के बारे में ट्वीट करते हुए कहा था कि एसकेएम ने युवाओं, नागरिकों, संगठनों और पार्टियों से 24 जून को विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की थी. वहीं अब एसकेएम एक बार फिर इस योजना के विरोध में 7 अगस्त से 14 अगस्त तक उतरने की तैयारी कर रहा है.
टेनी की बर्खास्तगी की मांग
लखीमपुर खीरी (Lakheempur Kheri) में प्रदर्शनकारी किसानों को जीप के नीचे कुचलकर निकल जाने वाले मंत्री पुत्र के खिलाफ एक्शन की मांग करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा (SKS) के आह्वान पर 18, 19, 20 अगस्त को एक महापंचायत बुलाई गई है. इस महापंचायत में देश भर के किसान संगठन गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra Teny) की बर्खास्तगी की मांग करेंगे और लखीमपुर खीरी जिला मुख्यालय (District Center) का घेराव करेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा ने 75 घंटे लगातार धरना देने का भी कार्यक्रम रखा है.