भारत के निवर्तमान राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का कार्यकाल कल यानि 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है. कल राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) राष्ट्र को संबोधित करेंगे. राष्ट्रपति का संबोधन शाम 7 बजे होगा. देश के नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह 25 जुलाई को होना है. इससे पहले आज राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को संसद (Parliament) के द्वारा विदाई दी गई. दोनों सदनों की ओर से निवर्तमान राष्ट्रपति के लिए संयुक्त रूप से कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने अपने विदाई भाषण के दौरान राजनीतिक दलों से आह्वान किया कि राष्ट्रहित में पक्षपातपूर्ण राजनीति से ऊपर उठकर लोगों के कल्याण के लिए क्या आवश्यक है ये तय करें. संसद को लोकतंत्र का मंदिर बताते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने पार्टियों से सदन में बहस के दौरान गांधीवादी फिलॉसफी का उपयोग करने का आग्रह किया.
आज हुआ निवर्तमान राष्ट्रपति का विदाई समारोह
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत कई सांसद राष्ट्रपति कोविंद को विदाई देने के लिए संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित किए गए इस समारोह में शामिल हुए. निवर्तमान राष्ट्रपति कोविंद ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए कहा, “मैं द्रौपदी मुर्मू को अगले राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने के लिए हार्दिक बधाई देता हूं, उनके मार्गदर्शन से देश को लाभ होगा.” नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगी.
2017 में राष्ट्रपति के रूप में ली थी शपथ
गौरतलब है कि राम नाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) ने 2017 में भारत के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी. वह दलित समुदाय से राष्ट्रपति के रूप में सेवा करने वाले केआर नारायणन के बाद दूसरे व्यक्ति हैं. राष्ट्रपति बनने से पहले उन्होंने 2015 से 2017 तक बिहार (Bihar) के राज्यपाल के रूप में कार्य किया था. साथ ही वे राज्यसभा (Rajya Sabha) के सदस्य भी रह थे. राजनीति में प्रवेश करने से पहले वे 16 साल तक वकील रहे. उन्होंने दिल्ली उच्च न्यायालय और सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में वकालत की थी.