महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर हमला बोला। अजित ने शरद पवार की उम्र पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी में नेता 75 साल की उम्र में रिटायर हो जाते हैं। आपकी उम्र 80 के पार हो गई है, आप रिटायर क्यो नहीं हो जाते।
अजित पवार ने आगे कहा कि 2004 में कांग्रेस से अधिक विधायक होने के बावजूद एनसीपी ने सीएम पद का मौका खो दिया था। अजित पवार ने कहा मैं चुप बैठा तो लोग समझेंगे, मुझमें ही खोट है। शरद पवार हमारे देवता हैं, हम उनका आशीर्वाद चाहते हैं।
अजित पवार ने आगे कहा कि मैं लोगों के कल्याण के लिए अपनी कुछ योजनाओं को लागू करने के लिए महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी के करिश्मे के कारण ही 2014 में बीजेपी सत्ता में आई थी।
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि 2017 में भी हमारी वर्षा बंगले पर मीटिंग हुई थी। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं छगन भुजबल, जयंत पटेल के आदेश पर मैं और कई अन्य लोग वहां गए थे। वहां बीजेपी के कई नेता भी थे। हमारे बीच कैबिनेट पोर्टफोलियो आवंटन और मंत्रियों के पदों पर चर्चा हुई, लेकिन बाद में हमारी पार्टी ने कदम पीछे खींच लिए।
वहीं, प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि जब एमवीए सरकार गिरने वाली थी, तब सभी एनसीपी विधायकों और मंत्रियों ने शरद पवार से भाजपा के साथ जाने का अनुरोध किया था। पटेल ने आगे कहा कि जब हम शिव सेना की विचारधारा को स्वीकार कर सकते हैं तो बीजेपी के साथ जाने में क्या आपत्ति है? हम एक स्वतंत्र इकाई के रूप में इस गठबंधन में शामिल हुए हैं। जम्मू में महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला बीजेपी के साथ गए हैं।
उन्होंने कहा कि मैं शरद पवार के साथ पटना में संयुक्त विपक्ष की बैठक में गया था और जब मैंने वहां का दृश्य देखा तो मुझे हंसने का मन हुआ। वहां 17 विपक्षी दल थे, उनमें से 7 के पास केवल 1 लोकसभा में सांसद हैं और एक पार्टी है जिसके पास 0 सांसद हैं। उनका दावा है कि वे बदलाव लाएंगे, हमने एनडीए में शामिल होने का जो फैसला लिया है वह देश और हमारी पार्टी के लिए है, व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि मुंबई में अजित पवार द्वारा बुलाई गई एनसीपी बैठक में 35 विधायक, 5 एमएलसी मौजूद हैं। इससे पहले बैठक स्थल पर एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल, सुनील तटकरे ने अजित पवार का स्वागत किया।