‘आप’ का सिद्धू को चैलेंज, ‘सम्मान नहीं कर सकते तो वापस कर दें पंजाब पुलिस की सुरक्षा’

चंडीगढ़ : पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों (Punjab Assembly Elections) को लेकर आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) जोर-शोर से तैयारियों में जुटी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल कई रैलियों को संबोधित कर चुके हैं. इस दौरान उन्होंने जमकर कांग्रेस और अकाली दल पर निशाना साधा. इस बीच अब आम आदमी पार्टी ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) पर हमला बोला है. दरअसल, बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब मामलों के सह-प्रभारी और दिल्ली से विधायक राघव चड्ढा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से एक प्रोग्राम में पंजाब पुलिस के अधिकारीयों पर कथित तौर पर की गई टिप्पणी को शर्मनाक हरकत करार दिया.

राघव चड्ढा ने कहा कि पंजाब पुलिस को जलील करने में पंजाब की चन्नी सरकार खास करके पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. नवजोत सिद्धू की तरफ से पंजाब पुलिस के अधिकारीयों को लेकर एक सर्वजनिक प्रोग्राम में ‘पतलून गीली’ कर देने वाला बयान माफ़ी के काबिल नहीं है. आम आदमी पार्टी कांग्रेस अध्यक्ष के इस गैर ज़िम्मेदारना और बचकानी हरकत वाले बयान की सख्त शब्दों में निंदा करती है. सिद्धू बौखला गए हैं और बौखलाहट में वह इस तरह के उलटे सीधे बयान देकर पंजाब पुलिस के अधिकारीयों को अपमानित कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि पंजाब के राजनितिक लोग पंजाब पुलिस के जवानो को अपने हाथों का खिलौना समझते हैं. पंजाब पुलिस के जो 70 हज़ार के लगभग ऑफिसर अपना घर बार छोड़कर सूबे के लोगो की सुरक्षा के लिए अपनी जान न्योछावर करने के लिए तैयार रहते हैं, उनके लिए कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धू का यह बयान एक बेहद शर्मनाक हरकत है. इस बयान से जहां पुलिस के जवानो का मनोबल गिरा है, वहीं पुलिस जवानों के परिवार के लोगों के दिलों को भी गहरी ठेंस पहुंची है. पंजाब पुलिस के अफसरों के परिवार वाले सिद्धू के बयान से अपने आप को अपमानित महसूस कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि सिद्धू का पंजाब पुलिस के अफसरों को लेकर दिया यह बयान सीधे तौर पर ज़ाहिर करता है कि पंजाब सरकार और उनके दिलों में पंजाब पुलिस के ईमानदार और जाबांज अफसरों के लिए क्या सम्मान है. यह वही ऑफिसर हैं जो उनकी (सिद्धू) सुरक्षा के लिए दिन रात ड्यूटी पर तैनात रहते हैं. उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू को चैलेंज किया कि अगर उनकी पंजाब पुलिस के अफसरों को लेकर ऐसी सोच है तो वह पंजब पुलिस कि सुरक्षा को वापिस कर दें. वह केवल एक दिन बिना सुरक्षा के घूमकर दिखाएं, कोई उनको सलाम तक नहीं ठोकेगा. सिद्धू शायद यह भूल गए थे कि जिस प्रोग्राम में वह पंजाब पुलिस के अफसरों की ‘पतलून ढीली’ होने को लेकर बयानबाजी कर तालियां ‘ठोकने’ की बात कर रहे थे, वहां उनकी सुरक्षा के लिए लगभग 100 पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात थे. इस बयान से वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों पर क्या गुजरी होगी, इस बात का सभी अंदाज़ा लगा सकते हैं.

चड्ढा ने कहा कि कांग्रेस सरकार पुलिस प्रशासन में रजनीतिक हस्तक्षेप बंद करे और पुलिस प्रशासन को अपने हिसाब से स्वतंत्र होर कर कार्य करने दे. पंजाब में अगर पुलिस पर राजनितिक दबाव खत्म हो जाये, तो चुटकियों में ही पंजाब को कैंसर की तरह खत्म कर रहे ड्रग माफिया, ट्रांसपोर्ट माफिया और केबल माफिया आदि को खत्म किया जा सकता है. आज पंजाब पुलिस के कार्यों में इतना राजनितिक दखल है कि किसके खिलाफ पर्चा दर्ज किया जाना चाहिए या किसके खिलाफ नहीं, यह तक पंजाब के एमएलए तक तय करते हैं और पुलिस थानों में सीधे फोन करके बताते हैं. अपनी ड्यूटी को ईमानदारी और अदब से निभाने वाले जिन पुलिस जवानों को घर की रोटी तक नसीब नहीं होती, उन वीर जवानों का पंजाब में राजनितिक हस्तक्षेप के कारण उत्पीड़न हो रहा है.

राघव चड्ढा ने कहा कि पंजाब में अगर आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है तो पंजाब पुलिस के जवानों को पूरा सम्मान मिलेगा और उन्हें इज्जत की नौकरी दी जाएगी. उनके भत्तों, तनख्वाह और अन्य सुविधाओं में बढ़ोतरी करने के साथ साथ उनके काम करने का समय तय करने के बारे में भी विचार किया जायेगा. अगर पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है तो वह पुलिस प्रशासन पर राजनितिक दखल बंद करेंगे और पुलिस प्रशासन को स्वतंत्र होकर कार्य करने के लिए माहौल पैदा करके देंगे. पंजाब पुलिस सिर्फ पुलिसिंग का कार्य करेगी और किसी भी कीमत पर पुलिस कर्मियों को राजनितिक लोगों की निजी ‘चाकरी’ नहीं करने दी जाएगी.

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