ब्लॉक प्रमुख ने अधिकारियों के साथ मिलकर हड़प ली 16 लाख की ग्राम निधि, 2 गिरफ्तार

Shahjahanpur Corruption Case: यूपी (Uttar Pradesh) के शाहजहांपुर की कलान ब्लॉक में तैनात अधिकारियों ने अपने ही विभाग के लाखों रुपए डकार लिए. मामले का पता चलने के बाद 10 लोगों के खिलाफ गबन और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है. जबकि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जिले के एक अधिकारी और एक कंप्यूटर ऑपरेटर को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अब बाकी फरार अधिकारियों और ब्लॉक प्रमुख की तलाश कर रही है. जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में तैनात एडीपीएम, एडीओ पंचायत, ग्राम पंचायत अधिकारी और ब्लॉक प्रमुख रुचि वर्मा सहित 10 लोगों पर गबन का आरोप है.

दरअसल, ग्राम पंचायत रफियाबाद कलान को नगर पंचायत घोषित किया गया था. इस दौरान रफियाबाद कलान की ग्राम निधि में लगभग 16 लाख रुपये बचे हुए थे. इन्हीं लाखों रुपये पर ब्लॉक के अधिकारियों की नीयत खराब हो गई. गबन में ब्लॉक के एडीओ पंचायत धनराज पटेल, ग्रामीण स्वच्छ मिशन के एडीपीएम देवीलाल मोर्या, ग्राम सचिव, अरुण कुमार निगम, अकाउंटेंट दीपक कुमार राव, राहुल वर्मा, ब्लॉक प्रमुख रुचि वर्मा के डिजिटल सिग्नेचर का इस्तेमाल किया गया. सभी ने मिलकर 15 लाख 77 हज़ार 963 रुपये प्राइवेट खातों में ट्रांसफर कर दिए.

अधिकारियों द्वारा किए गए घोटाले की शिकायत के बाद पूरे मामले की जांच उप निदेशक पंचायती राज, देवी पाटन मंडल, गोंडा आर एस चौधरी को दी गई थी. जांच में पाया गया कि ग्राम निधि के लगभग 16 लाख रुपये कस्बे के ही बिल्डिंग मटेरियल और कंस्ट्रक्शन फर्म के खातों में भेज दिए गए. रुपये ट्रांसफर करने में अधिकारियों और ब्लॉक प्रमुख के डिजिटल सिग्नेचर और डोंगल का भी इस्तेमाल हुआ.

“दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा”
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया और एडीपीएम देवीलाल मौर्य और कंप्यूटर ऑपरेटर केसरी नंदन को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं मुख्य विकास अधिकारी का कहना है कि गबन की गई धनराशि के रिकवरी के आदेश भी दे दिए गए हैं. उन्होंने ये भी कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.

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