छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना वैक्सीन के लिए न्यूनतम आयु 18 साल करने का किया अनुरोध, दिया ये तर्क

रायपुर: केंद्र ने 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) देने को कहा है, लेकिन आयु की इस सीमा को कम करने की मांग लगातार हो रही है. इसी के तहत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टीकाकरण के लिये न्यूनतम आयु 18 साल तय करने की गुजारिश की है. इससे पहले भी कई और राज्य टीकाकरण कोे लेकर लगाई गईं तमाम पाबंदियों को खत्म करने की वकालत कर चुके हैं. जबकि कुछ राज्यों ने वैक्सीन की किल्लत का आरोप लगाया है.
बघेल ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है तो हमेशा की तरह भविष्य में आने वाली चुनौतियों के लिए देश की युवा पीढ़ी तैयार रहे, ऐसा हम सबका सोचना है, इसलिए आवश्यक है कि टीकाकरण के लिए न्यूनतम आयुसीमा 18 वर्ष निर्धारित की जाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह हमारा अनुरोध है.
मुख्यमंत्री ने यह ट्वीट तब किया है, जब देश के कुछ राज्य और केंद्र सरकार के बीच कोरोना संक्रमण से बचाव के प्रबंधन और टीके की उपलब्धता को लेकर आरोप प्रत्यारोप के दौर जारी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बुधवार को कहा था कि ऐसे समय में जब देश कोरोना संक्रमण की एक नई लहर का सामना कर रहा है. तब कई राज्य सरकारें संक्रमण रोकने के लिये उचित कदम उठाने में विफल रही हैं और लोगों का ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही हैं
उन्होंने कहा था कि सबसे अधिक चिंता की बात यह है कि कई नेताओं ने बयान दिए हैं कि सरकार को 18 वर्ष की आयु से ऊपर के सभी लोगों के लिए टीकाकरण करना चाहिए या फिर टीकाकरण के लिए न्यूनतम आयु की पात्रता घटा देनी चाहिए. डॉ. हर्षवर्धन ने कहा था कि फिलहाल 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए टीका उपलब्ध है.
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के बयान पर कहा है कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और अप्रत्याशित है और यह डॉक्टर हर्षवर्धन के स्वभाव में नहीं है, जिन्हें हम जानते हैं. सिंहदेव ने कहा है कि अगर परिवार के बड़े इस तरह का बयान देंगे तब इस महामारी के खिलाफ जो समन्वित प्रयास कर रहे हैं वह कैसे संभव होगा.

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