Toycathon में भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन 5 जनवरी से शुरू हो गया है. 20 जनवरी तक प्रपोजल को ऑनलाइन सब्मिट किया जा सकता है.
सरकार ने देश में खिलौने के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिये ‘टॉयकाथॉन 2021’ (Toycathon 2021) की शुरूआत की है. इसके तहत छात्र, शिक्षक, विशेषज्ञ और स्टार्टअप एक प्लेटफॉर्म पर आकर नए-नए प्रकार के खिलौने और ‘गेम’ बनाने को लेकर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे. विजेता को 50 लाख रुपए का इनाम मिलेगा. साथ ही विजेता को 27 फरवरी को आयोजित होने वाले ‘National Toy Fair’ अपने कॉन्सेप्ट को दिखाने का भी मौका मिलेगा. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे. सरकार देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिये इस क्षेत्र में देश में काम कर रहे उद्योगों को बढ़ावा दे रही है.
भारत ज्यादातर खिलौनों का आयात करता है. भारत में खिलौनों का बाजार करीब 1 अरब डॉलर यानी 7400 करोड़ रुपए का है. लेकिन 80 फीसदी खिलौनों का आयात किया जाता है. ‘टॉयकाथॉन’ की शुरूआत सरकार का घरेलू उद्योग और स्थानीय विनिर्माताओं के लिये एक परिवेश सृजित करने तथा अब तक उपयोग नहीं हुए संसाधनों एवं क्षमता के उपयोग की दिशा में जारी प्रयास का हिस्सा है.
Toycathon के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू
Toycathon में भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन 5 जनवरी से शुरू हो गया है. 20 जनवरी तक प्रपोजल को ऑनलाइन सब्मिट किया जा सकता है. 21 फरवरी से 8 फरवरी तक उनका मूल्यांकन किया जाएगा. चयनित किए गए आइडिया का 12 फरवरी को घोषणा की जाएगी. ग्रैंड फिनाले 23 से 25 फरवरी तक होगा. ग्रैंड फिनाले आपके करीबी नोडल सेंटर या ATL पर होगा. आपको अपनी टीम और मेंटोर के साथ पहुंचना होगा.
शिक्षा, महिला और बाल विकास, कपड़ा, वाणिज्य एवं उद्योग, सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (MSME), सूचना और प्रसारण और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने संयुक्त रूप से ‘टॉयकाथॉन’-2021 की शुरूआत की है. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, यह न केवल भारत को खिलौनों और ‘गेम’ के लिये एक वैश्विक केंद्र विकसित करने की दिशा में मदद करेगा, बल्कि हमारे बच्चों को भारतीय संस्कृति के महत्व और मूल्य को समझने में मददगार होगा जिसकी परिकल्पना राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में की गयी है.