Banks : ऑनलाइन बैंकिंग सिस्टम ने हमारे जीवन को बहुत सहज बना दिया है. किसी को पेमेंट करना हो या किसी को पैसे ट्रांसफर करना हो, महज कुछ सेकेंड के भीतर हम ऑनलाइन ऐसा कर सकते हैं. एसबीआई, एचडीएफसी समेत हर बैंक का अपना एक मोबाइल ऐप है, जिसके जरिये यह और भी ज्यादा आसान हो गया है.
ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में अकाउंट नंबर, बैंक, खाताधारी की डिटेल के साथ जो एक सबसे जरूरी चीज जरूरी होता है, वह है आईएफएससी (IFSC). आईएफएससी यानी Indian Financial System Code. पैसे ट्रांसफर करते समय अगर इसमें गलती कर दी तो बड़ा घाटा हो सकता है. इसलिए यह सही-सही भरना बहुत जरूरी होता है. अगर बैंकों का IFSC कोड बदल रहा हो तो ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है.
BOB के फैसले से देना बैंक और विजया बैंक के ग्राहकों पर असर!
दो साल पहले वर्ष 2019 में देना बैंक और विजया बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) में विलय किया गया था. इस निर्णय के बाद Dena Bank और Vijaya Bank के ग्राहक बैंक ऑफ बड़ौदा में शामिल हो गए थे. अब बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक अहम बदलाव किया है. विजया बैंक और देना बैंक के ग्राहकों को 1 मार्च से नया IFSC इस्तेमाल करना होगा.
बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर से इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई है. BOB के मुताबिक, 28 फरवरी से देना बैंक और विजया बैंक का आईएफएससी (IFSC) बंद हो जाएगा. ऐसे में अगर आपका खाता इन दोनों बैंकों में है, तो जल्द से जल्द नया IFSC ले लें. ऐसा नहीं करने पर आप 1 मार्च से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन नहीं कर सकेंगे.
क्या होता है IFSC का मतलब?
आईएफएससी यानी (IFSC) 11 अंकों का एक कोड होता है. RBI (Reserve Bank Of India) की ओर से सभी बैंकों को यह कोड दिया जाता है. 11 कैरेक्टर के इस कोड को इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट में इस्तेमाल किया जाता है. इसके शुरुआती चार अंकों से बैंक के नाम का पता चलता है. इसमें पांचवां अंक शून्य होता है. बाद के 6 अंकों से ब्रांच कोड का पता चलता है. BOB का आईएफएससी कोड BARB से शुरू होता है.
कैसे प्राप्त करें नया IFSC Code?
बैंक की ओर से सिस्टम इंटीग्रेशन के दौरान ग्राहकों को मैसेज भेजा गया था, जिसमें इस बारे में जानकारी दी गई है.
- आप बैंक की वेबसाइट पर जाकर QR Code स्कैन करें.
- कस्टमर केयर हेल्प डेस्क 1800 258 1700 पर संपर्क करें या अपने ब्रांच में जाएं.
- अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से 8422009988 पर MIGR पुराने खाता नंबर के अंतिम 4 अंक SMS से भेजें.
इन तरीकों से आपको नया IFSC Code मिल जाएगा. 1 मार्च से इसी के जरिये आप ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर पाएंगे.
नए MICR Code वाले चेक बुक के लिए क्या करें?
चेक बुक को लेकर बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर से बताया गया है कि अपनी शाखा से नए MICR Code कोड वाले चेक बुक 31 मार्च 2021 तक प्राप्त किया जा सकता है. इसके लिए नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग के जरिए भी आवेदन किया जा सकता है.
बता दें कि MICR चेक पर 9 अंकों का दर्ज कोड होता है, जिससे चेक के संबंध में जानकारी मिलती है. इस कोड की पहले तीन लेटर्स से शहर का पता चलता है, अगले तीन लेटर्स से बैंक की जानकारी और अंतिम तीन अंक से बैंक के ब्रांच की जानकारी मिलती है.
गलत IFSC कोड डाला तो हो सकता है बड़ा नुकसान?
ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते वक्त IFSC कोड भरने के मामले में सावधानी बरतनी चाहिए. गलत कोड डालने से गड़बड़ी की संभावना होती है. हालांकि गलत कोड से ट्रांजैक्शन तभी संभव है, जब अकाउंट नंबर और नाम ठीक होना चाहिए. जैसे मान लें कि आपका बैंक ऑफ बड़ौदा के लखनऊ ब्रांच में है और ऑनलाइन ट्रांसफर करते वक्त आपने उस ब्रांच की जगह नोएडा के ब्रांच का IFSC कोड डाल दिया, तो ट्रांजैक्शन हो जाएगा.
अगर IFSC कोड में बड़ी गड़बड़ी हो जाए. जैसे आपने BOB नोएडा की जगह SBI दिल्ली का कोड डाल दिया. यानी बैंक भी गलत और शहर भी गलत. तो भी संभव है कि आपका पैसा गलत अकाउंट में ट्रांसफर हो जाए. हालांकि, यह तभी संभव है जब उसी बैंक में किसी ग्राहक का अकाउंट नंबर सेम हो. इसकी संभावना बेहद कम ही रहती है.
अगर कोड या अकाउंट नंबर की मैचिंग नहीं हो तो ऑनलाइन ट्रांसफर कैंसल हो जाएगा. हालांकि इतने पचड़े में फंसने से अच्छा है कि आप अपना सही IFSC कोड पास रखें और नुकसान होने की आशंकाओं को दूर ही रखें.