गाजियाबाद. उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से गंगनहर में सिल्ट और कचरा आ गया है, इस वजह से प्रताप विहार स्थित गंगाजल प्लांट को बंद कर दिया गया है. जिसके चलते गाजियाबाद, ट्रांस हिंडन और नोएडा (Noida) के कुछ इलाकों में गंगाजल (Ganga water) की सप्लाई रोक दी गई है. सोमवार से लोगों के घरों में गंगाजल की सप्लाई बंद हो गई है. इन इलाकों में नलकूपों और ट्यूबवेलों से पानी की सप्लाई की जा रही है, जो एक समय ही मिल रहा है. गंगाजल प्लांट प्रभारी ने बताया कि प्लांट में सिल्ट और कचरा बंद होने के बाद ही दोबारा से सप्लाई की शुरू की जा सकेगी. शुक्रवार तक गंगाजल दोबारा से शुरू होने की उम्मीद है.
प्लांट प्रभारी शुभेन्द्र चौधरी ने बताया चमोली में ग्लेशियर टूटने से पिछले दो दिनों से गंगनहर में काफी गंदा पानी आ रहा था. एक दिन किसी तरह प्लांट को चालू रखा गया, लेकिन रविवार से सिल्ट काफी अधिक आ रही थी. इस वजह से प्लांट को बंद रखने का निर्णय लिया गया. प्लांट में कब तक सिल्ट आती रहेगी, यह कहना मुश्किल है. लेकिन जब तक सिल्ट आती रहेगी, तब तक प्लांट नहीं चलाया जा सकता है. उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले 2-3 दिनों में सिल्ट आनी बंद हो सकती है, इसके बाद ही प्लांट दोबारा शुरू किया जा सकेगा. यानी अगर बुधवार तक सिल्ट आनी बंद होती है तो गुरुवार सुबह से प्लांट से सप्लाई शुरू होगी. प्लांट चालू होने के बाद 24 घंटे तक पाइप लाइन में नलकूप का पानी रहता है, जो मिक्स होकर लोगों के घरों में जाता है. इस तरह दोबारा से गंगाजल शुक्रवार मिलने की संभावना है.
गंगाजल के दोनों प्लांटों से 100 क्यूसेक और 50 क्यूसेक सप्लाई पूरी तरह रोक दी गई है. इससे वसुंधरा की 9 कॉलोनी, इंदिरापुरम और नोएडा की कालोनियों में पानी की सप्लाई रोक दी गई है. गंगाजल की सप्लाई बंद होने से वसुंधरा, वैशाली और डेल्टा कालोनी में सिर्फ सुबह के समय 9 नलकूपों से सप्लाई की जा रही है. वहीं, इंदिरापुरम के अहिंसाखंड, शक्तिखंड, नीतिखंड, ज्ञानखंड, वैभवखंड और अभयखंड में 22 ट्यूबवेलों से पानी की सप्लाई की जा रही है, जो सुबह 7 से 9 बजे तक की जा रही है.